Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का रण जीतने के लिए राजनीतिक दलों के नेता जोर-शोर से चुनाव प्रचार में जुटे हैं। इस बीच महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (UBT) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे का बैग 24 घंटे में दूसरी बार चेक किया गया है। उद्धव ठाकरे के हेलीकॉप्टर में मौजूद बैग की मंगलवार (12 नवंबर) को लगातार दूसरे दिन भी जांच की गई। इस बार यह जांच लातूर में हुई। यह लगातार दूसरा दिन है जब ऐसा हुआ है। इससे पहले सोमवार (11 नवंबर) को यवतमाल जिले में उनके सामान की जांच की गई थी।
रिपोर्ट के अनुसार, उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सोमवार को यवतमाल जिले के वणी में संजय देरकर के प्रचार के लिए पहुंचे थे। हेलीकॉप्टर से उतरते ही चुनाव आयोग के कर्मचारियों ने उनका बैग चेक किया, जिसको लेकर महाराष्ट्र की सियासत गरमाई हुई है। उद्धव ठाकरे ने दावा किया कि 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करने के वास्ते जब वह यवतमाल पहुंचे तो सरकारी अधिकारियों ने उनके बैग की जांच की।
पूर्व मुख्यमंत्री ने सवाल किया कि क्या निर्वाचन अधिकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य वरिष्ठ नेताओं के सामान की भी जांच करेंगे? ठाकरे ने यवतमाल के वानी में शिवसेना (UBT) उम्मीदवार संजय डेरकर के समर्थन में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए इस कथित घटना की जानकारी दी। शिवसेना अध्यक्ष ने कहा कि जब वह हेलीकॉप्टर से वानी पहुंचे तो कई सरकारी अधिकारियों ने उनके बैग की जांच की।
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और मतदाताओं से कहा कि वे उन अधिकारियों की जेब और पहचान पत्रों की भी जांच करें जो उनकी जांच करते हैं। ठाकरे ने कहा कि वह चुनाव अधिकारियों से नाराज नहीं हैं। हालांकि, उन्होंने कहा, "आप अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं और मैं अपनी जिम्मेदारी निभाऊंगा।"
मोदी और शाह के बैग की जांच करेंगे?
शिवसेना (UBT) अध्यक्ष ने सवाल किया, "जिस तरह से आपने मेरे बैग की जांच की, क्या इसी तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के बैग की जांच करेंगे?" उन्होंने जानना चाहा कि क्या मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार तथा देवेंद्र फडणवीस के बैग की जांच नहीं की जानी चाहिए?
ठाकरे ने कहा, "ये सब अनावश्यक कार्य हो रहे हैं, मैं इसे लोकतांत्रिक नहीं मानता, यह लोकतंत्र नहीं हो सकता। लोकतंत्र में कोई बड़ा या छोटा नहीं होता।" उन्होंने कहा कि अगर निर्वाचन अधिकारी उनके (सत्तारूढ़ गठबंधन के वरिष्ठ नेताओं के) बैग की जांच नहीं करते, तो शिवसेना (उबाठा) और विपक्षी एमवीए के कार्यकर्ता उनकी जांच करेंगे।
ठाकरे ने कहा कि पुलिस और निर्वाचन आयोग को तब हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, क्योंकि मतदाताओं को भी अधिकार है कि जब वे (सत्तारूढ़ दलों के वरिष्ठ नेता) प्रचार के लिए आएं तो उनके बैग की जांच की जाए। शिवसेना (UBT) ने X के अपने आधिकारिक हैंडल से एक वीडियो शेयर किया जिसमें ठाकरे के बैग की जांच होती दिखती है। वीडियो में ठाकरे को अधिकारियों से पूछते हुए सुना जा सकता है कि क्या उन्होंने किसी अन्य नेता के बैग की जांच की है।
ठाकरे को उनसे पूछते सुना जा सकता है कि क्या उन्होंने मुख्यमंत्री शिंदे, फडणवीस, अजित पवार, प्रधानमंत्री मोदी और शाह के बैग की जांच की। जब अधिकारियों में से एक ने शिवसेना (उबाठा) प्रमुख को बताया कि इन नेताओं ने अभी तक इस क्षेत्र का दौरा नहीं किया है, तो उन्होंने उनसे प्रधानमंत्री मोदी और शाह के बैग की जांच करने तथा उन्हें वीडियो रिकॉर्डिंग भेजने को कहा।