महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के काफिले को एक शख्स ने रोकने की कोशिश की। इस घटना का एक कथित वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में व्यक्ति शिवसेना को तोड़ने और सत्ता के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) का साथ देने के लिए उन्हें ‘गद्दार’ कहता सुनाई दे रहा है। विधानसभा के लिए मतदान से एक हफ्ते पहले सामने आया वीडियो राज्य के राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, वीडियो मुंबई के साकीनाका इलाके का बताया जा रहा है। इसमें दिख रहा है कि संतोष कटके नाम के एक युवक ने काले झंडे लहराकर शिंदे के काफिले को रोकना की कोशिश की और उन्हें ‘गद्दार’ कहा। इस घटना के बाद शिंदे को अपना काफिला रोककर गाड़ी से बाहर निकलना पड़ा।
कांग्रेस उम्मीदवार के दफ्तर के बाहर हुई घटना
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि घटना कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मंत्री नसीम खान के दफ्तर के बाहर हुई। Moneycontrol Hindi इस वायरल वीडियो की स्वंतत्र रूप से पुष्टि नहीं करता है।
घटना के बाद शिंदे खान के कार्यालय में पहुंचे और पार्टी कार्यकर्ताओं से घटना के बारे में पूछताछ की और पूछा कि क्या वे इस तरह के व्यवहार को उचित मानते हैं।
एजेंसी के मुताबिक, एक अधिकारी ने बताया कि कटके को सुरक्षाकर्मियों ने हिरासत में ले लिया और पुलिस को सौंप दिया। उन्होंने बताया कि उसे कुछ देर बाद जाने दिया गया।
उद्धव की शिवसेना में शामिल हुआ शख्स
कटके अपने पिता के साथ मंगलवार को मातोश्री (उद्धव ठाकरे का निजी निवास) गया और शिवसेना (UBT) में शामिल हो गया। पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने खुद उसका स्वागत किया।
संतोष कटके ने मीडिया को बताया कि शिंदे को देखते ही उसका गुस्सा फूट पड़ा और उसने इस तरह के शब्द कहे। पिछले साल जून में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के कार्यकर्ताओं ने शिंदे और दूसरे शिवसेना विधायकों के बगावत करने की पहली वर्षगांठ को ‘गद्दार दिवस’ के रूप में मनाया था।
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में जून 2022 में अविभाजित शिवसेना में बगावत के बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली तत्कालीन महा विकास आघाडी सरकार गिर गई थी जिसमें शिवसेना के अलावा राकांपा और कांग्रेस शामिल थीं।