Maharashtra Chunav 2024 Dates: महाराष्ट्र में बजा चुनावी बिगुल! एक ही चरण में होंगे चुनाव, जानें मतदान और मतगणना की तारीख समेत सभी डिटेल्स
Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024 Dates: निर्वाचन आयोग ने मंगलवार (15 अक्टूबर) को महाराष्ट्र में इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों की घोषणा कर दी है। महाराष्ट्र में चुनाव 20 नवंबर को होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी। महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है। महाराष्ट्र में फिलहाल 'महायुति' गठबंधन की सरकार है, जिसके मुखिया शिवसेना के एकनाथ शिंदे हैं
Maharashtra Chunav 2024 Dates: महाराष्ट्र में चुनाव 20 नवंबर को होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी।
Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024 Schedule: निर्वाचन आयोग (ECI) ने महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनावों की घोषणा कर दी है। महाराष्ट्र में ही एक चरण में वोटिंग होगी। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी। मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने मंगलवार (15 अक्टूबर) को यह जानकारी दी। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि महाराष्ट्र में कुल मतदाताओं की संख्या 9.63 करोड़ है, जिनमें से 4.97 करोड़ पुरुष और 4.66 करोड़ महिला मतदाता हैं।
राजीव कुमार ने कहा कि पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं की संख्या 20.93 लाख है। महाराष्ट्र में 1,00,186 मतदान केंद्र हैं, इस बार भी हम PWD और महिलाओं द्वारा संचालित बूथ बनाएंगे। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए सख्त आदेश दिए गए हैं।
26 नवंबर को समाप्त होने वाला है विधानसभा का कार्यकाल
288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त होने वाला है। महाराष्ट्र में फिलहाल 'महायुति' गठबंधन की सरकार है, जिसके मुखिया शिवसेना के एकनाथ शिंदे हैं। इस सत्ताधारी गठबंधन में शिवसेना के अलावा भारतीय जनता पार्टी (BJP) और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) शामिल है।
दूसरी तरफ, विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (MVA) है। इसमें उद्धव बालासाहेब ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना, कांग्रेस और वरिष्ठ नेता शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) हैं।
महाराष्ट्र में 2019 के परिणाम और राजनीतिक बदलाव
साल 2019 के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद महाराष्ट्र की राजनीति बिल्कुल बदल गई है। यह विधानसभा चुनाव बीजेपी और शिवसेना ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के बैनर तले साथ मिलकर लड़ा था। राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा में भगवा पार्टी ने 165 सीट पर उम्मीदवार उतारे थे और वह 105 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। जबकि शिवसेना ने 126 सीट पर चुनाव लड़ा और उसे 56 पर जीत मिली।
दूसरी तरफ, कांग्रेस ने 147 सीट पर उम्मीदवार उतारे और उसे 44 सीट पर जीत मिली। जबकि NCP को 121 में से 54 सीट पर जीत नसीब हुई। इस चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA को बहुमत मिला लेकिन मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर दोनों दलों में टकराव शुरु हो गया। काफी विवाद के बाद यह गठबंधन टूट गया। बाद में शिवसेना ने कांग्रेस और NCP से हाथ मिला लिया और राज्य में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में MVA की सरकार बनी।
करीब ढाई साल तक यह सरकार चली और फिर शिवसेना के विधायक और राज्य सरकार में मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में पार्टी के दर्जनों विधायकों ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ विद्रोह का बिगुल फूंक दिया। एकनाथ शिंदे ने असली शिवसेना होने का दावा करते हुए बीजेपी के साथ सरकार बना ली और राज्य के मुख्यमंत्री बन गए।
इसी दौरान, NCP में भी विद्रोह की स्थिति बन रही थी। पिछले साल जुलाई में अजित पवार के नेतृत्व में NCP एक धड़ा अलग हो गया। इसके अधिकांश विधायक शिवसेना और BJP के एकनाथ शिंदे गुट के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ सरकार में शामिल हो गए। इस सरकार में अजीत पवार को उपमुख्यमंत्री बनाया गया।
अजित पवार ने किया था विद्रोह
अजित पवार ने साल 2019 में भी इसी तरह का विद्रोह किया था। उनके नेतृत्व में NCP विधायकों के एक धड़े ने BJP से हाथ मिला लिया और राज्य में सरकार बना ली। इस सरकार में अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के देवेंद्र फड़णवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। हालांकि, अजित पवार का यह विद्रोह अल्पकालिक साबित हुआ। क्योंकि अधिकांश विधायक शरद पवार के पाले में लौट आए। वहीं, अजित पवार को 72 घंटों के भीतर इस्तीफा देना पड़ा। इससे बीजेपी सरकार गिर गई थी।
शरद पवार ने अजित पवार को NCP में वापस ले लिया और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाया। इस प्रकार, देखा जाए तो पिछले विधानसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में बहुत कुछ बदल गया है। पहले जहां लड़ाई में BJP, शिवसेना, कांग्रेस और NCP प्रमुख दल थे। वहीं इस बार शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजFत पवार के नेतृत्व वाली NCP भी चुनाव मैदान में हैं। इन दोनों दलों के लिए चुनौती इस चुनाव में खुद को असली साबित करने की भी होगी।
बीजेपी-कांग्रेस ने शुरू की तैयारी
मामले से अवगत लोगों के अनुसार, केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) द्वारा मंजूरी मिलने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अगले दो दिनों में महाराष्ट्र चुनावों के लिए 60 से अधिक नामों के साथ अपने पहले उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर सकती है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भीसोमवार को नई दिल्ली में पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख नेताओं और दो राज्य चुनाव प्रभारियों भूपेंद्र यादव और अश्विनी वैष्णव के साथ मैराथन बैठक की। पार्टी की महाराष्ट्र इकाई ने मौजूदा विधायकों सहित लगभग 100 उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं।
इस बीच, कांग्रेस पार्टी ने भी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की रणनीति बनाने के लिए एक बैठक बुलाई, जिसमें महा विकास अघाड़ी (MVA) में सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे और चुनावी गारंटी जैसे प्रमुख विषयों पर चर्चा की गई। पार्टी का टारगेट उन गलतियों से बचना है, जिनके कारण हाल ही में हरियाणा चुनाव में उसे हार का सामना करना पड़ा। राष्ट्रीय राजधानी में अपने आवास पर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में हुई बैठक में पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी, महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार और वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोराट शामिल हुए।