Mahayuti vs MVA: किसके पिटारे में क्या? महाराष्ट्र चुनाव में महिला, युवा और किसानों को लुभाने में लगे दोनों गठबंधन
Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024: मध्य प्रदेश और कर्नाटक में देखे गए रुझान के बाद, महाराष्ट्र में दोनों गठबंधन महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए काम कर रहे हैं। क्योंकि इन दोनों ही राज्यों में महिलाओं के लिए शुरू की गईं कैश योजनाएं गेम चेंजर साबित हुई थीं
Mahayuti vs MVA: किसके पिटारे में क्या? महाराष्ट्र चुनाव में महिला, युवा और किसानों को लुभाने में लगे दोनों गठबंधन
जैसे-जैसे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, महायुति और महा विकास अघाड़ी (MVA) दोनों गठबंधन महिलाओं, किसानों और युवाओं को रिझाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। हर एक गठबंधन ने इस वर्ग के मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए योजनाएं और प्रोत्साहन शुरू किए हैं। मध्य प्रदेश और कर्नाटक में देखे गए रुझान के बाद, महाराष्ट्र में दोनों गठबंधन महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए काम कर रहे हैं। क्योंकि इन दोनों ही राज्यों में महिलाओं के लिए शुरू की गईं कैश योजनाएं गेम चेंजर साबित हुई थीं।
सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन ने हाल ही में "लड़की बहिन" योजना की घोषणा की, जिसके तहत BPL परिवारों की महिलाओं को प्रति माह ₹1,500 दिए जाते हैं। गठबंधन ने अपने घोषणापत्र में इस वित्तीय सहायता को बढ़ाकर ₹2,100 प्रति माह करने का वादा किया।
महिलाओं को क्या मिलेगा?
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, "हम लड़की बहिन योजना के तहत महिलाओं को दी जाने वाली वित्तीय सहायता को मौजूदा ₹1,500 से बढ़ाकर ₹2,100 (प्रति माह) करने की घोषणा करते हैं। यह दिखाता है कि हम जो भी कहते हैं, हम करते हैं। हमने महिला सुरक्षा पर भी जोर दिया है। घोषणापत्र में 25,000 महिलाओं को पुलिस विभाग में शामिल करने का निर्णय लिया गया है।"
विपक्षी महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन ने "महालक्ष्मी योजना" के तहत महिलाओं के लिए प्रति माह ₹3,000 और राज्य परिवहन बसों में मुफ्त यात्रा का वादा किया है।
महाराष्ट्र के 9.53 करोड़ मतदाताओं में से 4.60 करोड़ महिलाएं हैं, यानी मतदाताओं का लगभग 50%, जो इस चुनाव में एक अहम फैक्टर बनने वाली हैं।
किसानों को क्या मिलेगा?
दूसरा अहम वर्ग है किसान और दोनों गठबंधनों ने कर्ज माफी का वादा किया है। महायुति ने राज्य के बजट पर बोझ डाले बिना कर्ज माफी का वादा किया है, साथ ही शेतकारी सन्मान योजना की सहायता को ₹12,000 से बढ़ाकर ₹15,000 करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर 20% सब्सिडी देने का भी वादा किया है।
सीएम शिंदे ने कहा, "हम शेतकारी सन्मान योजना के तहत राशि को ₹12,000 से बढ़ाकर ₹15,000 करेंगे। इसके अलावा, MSP पर 20% की सब्सिडी भी दी जाएगी।"
दूसरी ओर, MVA ने कृषि समृद्धि योजना के तहत ₹3 लाख तक की कर्ज माफी और फसल ऋण के समय पर भुगतान करने के लिए ₹50,000 के इंसेंटिव का भी वादा किया है।
युवाओं के लिए क्या-क्या?
चुनाव आयोग के अनुसार, युवा मतदाताओं पर भी फोकस है, जिनमें 20-29 आयु वर्ग के 1.85 करोड़ और 18-19 आयु वर्ग के पहली बार मतदान करने वाले 20.93 लाख मतदाता हैं।
महायुति ने 25 लाख नौकरियां पैदा करने का वादा किया है, जबकि MVA ने बेरोजगार युवाओं के लिए प्रति माह ₹4,000 का बेरोजगारी भत्ता देने की पेशकश की है।
महायुति ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए वित्तीय सहायता ₹1,500 से बढ़ाकर ₹2,100 करने, ग्रामीण सड़कों में सुधार करने, आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को मासिक मानदेय और हेल्थ कवर देने, बिजली बिलों में 30% की कमी करने और सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने का वादा किया।
MVA ने किए ये भी वादे
दूसरी गारंटियों के अलावा, MVA ने ₹25 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा कवरेज, मुफ्त दवा, जाति जनगणना करने और राष्ट्रीय स्तर पर सत्ता में चुने जाने पर आरक्षण पर 50% की सीमा हटाने के लिए प्रतिबद्धता जताई है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जाति जनगणना की वकालत करते हुए तर्क दिया कि जहां आबादी में दलित 15% और आदिवासी 8% हैं, तो वहीं पिछड़े वर्गों के सटीक आंकड़े नहीं हैं।
महाराष्ट्र के चुनाव में बीजेपी-शिवसेना (एकनाथ शिंदे)-NCP (अजित पवार) गठबंधन और कांग्रेस-शिवसेना (उद्धव ठाकरे)-NCP (शरद पवार) गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है। मतदान 20 नवंबर को होना है और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।