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Rajasthan Election 2023: राजस्थान में प्रचार के लिए असम के राज्यपाल कटारिया को विपक्ष ने की बर्खास्त करने की मांग

असम में तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा ने आरोप लगाया कि कटारिया ने उदयपुर में BJP प्रत्याशी ताराचंद जैन (Tarachan Jain) के पक्ष में प्रचार किया जो चुनाव नियमों का उल्लंघन है क्योंकि वह संवैधानिक पद पर आसीन हैं। AAP ने कहा कि राज्यपाल को चाहिए कि वे स्वयं को राजनीति से, जाति, पंथ, धर्म से अलग रखें तथा संविधान को अक्षुण्ण बनाए रखें

अपडेटेड Nov 16, 2023 पर 7:48 PM
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Rajasthan Election 2023: राजस्थान के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों के मतदान केंद्रों पर 25 नवंबर को मतदान होगा

Rajasthan Elections 2023 News: तृणमूल कांग्रेस (TMC) और आम आदमी पार्टी (AAP) ने मांग की है कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव लड़ रहे एक BJP प्रत्याशी के पक्ष में कथित रूप से प्रचार करने को लेकर असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया (Assam Governor Gulab Chand Kataria) को उनके पद से बर्खास्त किया जाए। अलग-अलग बयान जारी कर TMC और AAP की असम इकाइयों ने राज्यपाल कटारिया के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए राष्ट्रपति और चुनाव आयोग (Election Commission) के हस्तक्षेप की मांग की है।

पीटीआई के मुताबिक, बयान में कहा गया है कि राज्यपाल इस संवैधानिक पद पर आने से पहले सभी राजनीतिक पद छोड़ चुके थे। फिलहाल कटारिया या राज्यपाल कार्यालय की ओर से इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।

असम में तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया राजस्थान के उदयपुर में भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रचार करने में व्यस्त हैं। यह लोकतंत्र के लिए चुनौती है, भारत निर्वाचन आयोग को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।"


उन्होंने यह भी कहा कि यह बड़ा शर्मनाक है कि संविधान के संरक्षक होने के बावजूद कटारिया भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "उन्हें तत्काल उनके पद से बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए।"

BJP प्रत्याशी ताराचंद जैन का प्रचार करने का आरोप

TMC की असम इकाई के बयान को शेयर करते हुए बोरा ने आरोप लगाया कि कटारिया ने उदयपुर में BJP प्रत्याशी ताराचंद जैन (Tarachan Jain) के पक्ष में प्रचार किया जो चुनाव नियमों का उल्लंघन है क्योंकि वह संवैधानिक पद पर आसीन हैं।

प्रदेश TMC ने एक बयान में कहा, "छ दिन पहले असम विधानसभा के उपाध्यक्ष नुमाल मोमिन ने मिजोरम में BJP के लिए प्रचार किया था और अब कटारिया ने ऐसा किया है। यह संवैधानिक नियमों का गंभीर उल्लंघन है। राज्य के प्रमुख होने के नाते राज्यपाल को किसी राजनीतिक दल का समर्थन नहीं करना चाहिए।"

उसने कहा कि ये दोनों उदाहरण दर्शाते हैं कि BJP निरंकुश एवं अलोकतांत्रिक सरकार चलाने के लिए अपनी सत्ता का दुरूपयोग कर रही है। पार्टी ने बयान में कहा, "हम राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया को बर्खास्त करने के लिए राष्ट्रपति और भारत निर्वाचन आयोग के तत्काल दखल की मांग करते हैं।"

AAP ने भी की हटाने की मांग

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी (AAP) के असम संयोजक भाबेन चौधरी ने पीटीआई से कहा कि राज्यपाल को चाहिए कि वे स्वयं को राजनीति से, जाति, पंथ, धर्म से अलग रखें तथा संविधान को अक्षुण्ण बनाए रखें।

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उन्होंने कहा, "लेकिन कटारिया ने चुनाव में एक राजनीतिक दल के पक्ष में प्रचार कर संविधान-विरोधी कार्यकलाप किये हैं। इससे (उनके इस कृत्य से) राज्यपाल पद की गरिमा घटी है।" उनके तत्काल इस्तीफे की मांग करते हुए चौधरी ने कहा कि उनकी पार्टी कटारिया के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग को पत्र लिखेगी। राजस्थान में 25 नवंबर को मतदान होना है।

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