Rajasthan Election: 'गुर्जर समुदाय को भड़काने की कोशिश कर रही है BJP', पीएम मोदी पर गहलोत का आरोप

Rajasthan Election 2023: राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजेश पायलट के बेटे सचिन पायलट ने अपने पिता के संबंध में प्रधानमंत्री मोदी की टिप्पणी को तथ्यात्मक रूप से गलत बताते हुए कहा कि पीएम का बयान तथ्यों से परे है और ऐसे बयान जनता का ध्यान भटकाने के लिए दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि उनके पिता जीवन भर एक समर्पित कांग्रेसी रहे

अपडेटेड Nov 23, 2023 पर 2:02 PM
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Rajasthan Election 2023: सीएम ने कहा कि बीजेपी को हमने चुनौती दी है कि हमारी 10 गारंटियों पर बहस कीजिए

Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को दावा किया कि राज्य में उनकी सरकार के खिलाफ कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है। उन्होंने उम्मीद जताई कि राज्य में एक बार फिर कांग्रेस की सरकार बनेगी। इस दौरान कांग्रेस के दिवंगत नेता राजेश पायलट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए गहलोत ने कहा कि गुर्जर समाज को भड़काया जा रहा है। मुख्यमंत्री नेकहा कि PM मोदी अपनी हार से इतना बौखला चुके हैं कि उन्होंने स्वर्गीय राजेश पायलट जी को चुनाव का मुद्दा बना दिया। वे गुर्जर समुदाय को भड़काने का प्रयास कर रहे हैं।

गहलोत ने दावा किया कि BJP के राज में ही फायरिंग की 22 घटनाएं हुईं, जिसमें गुर्जर समाज के कई लोग मारे गए थे। सीएम ने कहा कि BJP की सरकार तक चली गई और जब मैं मुख्यमंत्री बना तो उन्हें भाईचारे और प्यार से समझाया, उन्हें आरक्षण दिया। आज ये गुर्जर समाज के बारे में किस मुंह से बात करते हैं? गहलोत ने कहा कि हमने अनुरोध किया था कि विधानसभा चुनाव को विधानसभा स्तर पर रखा जाए।

सीएम ने कहा कि बीजेपी को हमने चुनौती दी है कि हमारी 10 गारंटियों पर बहस कीजिए, उसकी कमियां बताइए लेकिन राजस्थान में उस पर बहस नहीं हो रही है। कांग्रेस नेता ने कहा कि जितने नेता राजस्थान आते हैं शाम से सुबह तक एक ही तरह की भाषा बोलते हैं... ये हिंसात्मक भाषा है... इन्हें (BJP) जनता को इस प्रकार से भड़काने का अधिकार नहीं है।


गहलोत ने कहा कि जनता जानती है कि हमने अपनी दस गारंटी पूरी कर दी हैं। अगली सात गारंटी के लिए जनता का विश्वास हम पर है … कोई भी राजस्थान में आपको नहीं कहेगा कि सरकार के खिलाफ कोई एंटी इनकंबेंसी है। यह हमारी बहुत बड़ी उपलब्धि है। राजस्थान देश का पहला राज्य है जहां किसी भी तरह की सत्ता विरोधी लहर नहीं है।

उन्होंने दावा किया कि दोबारा हमारी सरकार बनने जा रही है। गहलोत ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में जो वादे किए हैं उसको लेकर लोग उत्साहित हैं जबकि बीजेपी के घोषणा पत्र से उनको निराशा है।

पीएम मोदी ने क्या कहा था?

प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर परिवारवादी राजनीति करने का बुधवार को आरोप लगाते हुए तंज कसा था कि इस पार्टी में जो भी नेता सच बोलता है उसकी राजनीति गड्ढे में चली जाती है। पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी राजेश पायलट से अपनी खुन्नस उनके बेटे सचिन पायलट से निकाल रही है। उन्होंने कहा, "राजेश पायलट जी ने एक बार कांग्रेस के इस परिवार को, कांग्रेस की भलाई के लिए चुनौती दी थी। फिर वह भी झुक गए थे।" पीएम मोदी का इशारा उस घटना की ओर था जब दिवंगत राजेश पायलट ने 1997 में पार्टी अध्यक्ष पद के लिए सीताराम केसरी के खिलाफ चुनाव लड़ा और इसके बाद पार्टी आलाकमान का समर्थन एक तरह से गंवा दिया था।

प्रधानमंत्री ने कहा, "लेकिन यह परिवार ऐसा है कि राजेश जी को तो सजा दी, उनके बेटे (सचिन पायलट) को भी सजा देने में पड़े हुए हैं। राजेश पायलट तो नहीं रहे लेकिन उसकी जो खुन्नस है…बेटे पर भी निकाल रहे हैं। कांग्रेस तबाह हो जाए लेकिन परिवार के खिलाफ जो आवाज उठाएगा उसको तो बर्बाद करके ही रहेंगे। ये इनकी परिवारवादी राजनीति है।" आपको बता दें कि राजस्थान में सचिन पायलट की मुख्यमंत्री पद को लेकर अशोक गहलोत से तनातनी जगजाहिर है।

सचिन पायलट का पलटवार

राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजेश पायलट के बेटे सचिन पायलट ने अपने पिता के संबंध में प्रधानमंत्री मोदी की टिप्पणी को तथ्यात्मक रूप से गलत बताते हुए कहा कि पीएम का बयान तथ्यों से परे है और ऐसे बयान जनता का ध्यान भटकाने के लिए दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि उनके पिता जीवन भर एक समर्पित कांग्रेसी रहे। कांग्रेस नेता ने कहा कि किसी को भी उनकी और उनके राजनीतिक भविष्य की चिंता नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे अपनी पार्टी और लोगों की चिंता है और मुझे यकीन है कि वे मेरे भविष्य का अच्छे से ख्याल रखेंगे।

सचिन पायलट ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, "मेरे दिवंगत पिता ने 1998 में शरद पवार के साथ मिलकर सीताराम केसरी के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा था और उस समय सोनिया गांधी सक्रिय राजनीति में नहीं थीं। केसरी ने वह चुनाव जीता और बाद में पवार और मेरे पिता दोनों को कार्य समिति में नामांकित किया; एक स्वस्थ लोकतांत्रिक संगठन और राजनीतिक दल को इसी तरह काम करना चाहिए।"

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उन्होंने कहा, "जहां तक मेरा सवाल है, मुझे बहुत कम उम्र में संसद सदस्य बनने का मौका दिया गया और मैंने कई वर्षों तक केंद्र सरकार और राज्य स्तर पर कई जिम्मेदारियां निभाई हैं।" पायलट ने कहा कि उनके पिता इंदिरा गांधी से प्रेरणा लेकर कांग्रेस में शामिल हुए और लंबे समय तक जनता की सेवा की और जीवन भर सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। बता दें कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए प्रचार का शोर आज यानी गुरुवार (23 नवंबर) शाम को थम जाएगा। राज्य में 25 नवंबर को मतदान होगा।

Akhilesh

Akhilesh

First Published: Nov 23, 2023 1:58 PM

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