Rajasthan Election 2023: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) 'मिशन-2030' (Mission 2030) अभियान के तहत बुधवार से 18 जिलों का दौरा शुरू करेंगे। इसके तहत वह साल 2030 तक राजस्थान को एक मॉडल राज्य (Model State) बनाने के लिए लोगों से सुझाव मांगेंगे। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, कांग्रेस सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि गहलोत नौ दिनों तक जयपुर, सीकर, चूरू, नागौर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, पाली, सिरोही, जालौर, राजसमंद, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और चित्तौड़गढ़ का दौरा करेंगे।
ये अभियान इस साल के आखिर में होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan Assembly Election) से पहले उठाया गया है। गहलोत ने बुधवार दोपहर 12 बजे यहां बिड़ला ऑडिटोरियम में एक पब्लिक बैठक करके अपने दौरे की शुरुआत की।
सरकार की तरफ से साझा किए गए अपने दौरे के कार्यक्रम के अनुसार, सभागार में वह ज्वैलर्स, रत्न व्यापारियों, ज्योतिषियों और कारीगरों के साथ बातचीत करेंगे। इसके बाद वह हेलीकॉप्टर से यहां चोमू शहर के लिए रवाना होंगे और वहां बागवानों से बातचीत करेंगे।
कार्यक्रम के मुताबिक, बाद में वह जयपुर लौटने से पहले सीकर में खाटू श्याम मंदिर और चूरू में सालासर बालाजी मंदिर जाएंगे।
इससे पहले, कांग्रेस ने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने की मांग के लिए पूर्वी राजस्थान में पांच दिन की यात्रा निकालने की योजना बनाई थी। ये प्रोजेक्ट 13 जिलों की सिंचाई और पीने के पानी की जरूरतों को पूरा करेगा।
हालांकि, पार्टी सूत्रों की मानें, तो पार्टी ने इसे स्थगित कर दिया और अब आदर्श आचार संहिता (MCC) लागू होने के बाद यात्रा निकाली जाएगी।
इन यात्राओं के तहत वह राज्य के उत्तरी, पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों को कवर करेंगे। वह टाउन हॉल बैठकें, युवा संवाद, महिला सम्मेलन, सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित करेंगे और मंदिरों का दौरा भी करेंगे।
सूत्रों ने कहा कि इन यात्राओं का मकसद जनता से जुड़ना, 'मिशन-2030' के दृष्टिकोण का प्रसार करना और राज्य के लोगों से दृष्टिकोण हासिल करना है। 'मिशन-2030' गहलोत के दिमाग की उपज है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 'मिशन-2030' के तहत मुख्यमंत्री ने विकास विशेषज्ञों और नागरिकों के साथ गहन चर्चा करके 4.5 लाख से ज्यादा जानकारियां जुटाकर सुझाव इकट्ठा किए हैं।
सरकार ने जन कल्याण ऐप के जरिए सुझाव मांगे हैं। ये पार्टी के सामुदायिक स्वयंसेवकों के जरिए घर-घर सर्वे कर रहा है और लोगों की आकांक्षाओं को समझने के लिए निबंध और भाषण प्रतियोगिताओं का आयोजन कर रहा है।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा, ऑनलाइन और ऑफलाइन सर्वे के जरिए 45 लाख से ज्यादा नागरिकों के 74 लाख से ज्यादा सुझावों के माध्यम से सार्वजनिक इनपुट एकत्र किए गए।