Telangana Election 2023: भारत राष्ट्र समिति (BRS) के वरिष्ठ नेता के. टी. रामा राव (KTR) ने कहा कि उनकी पार्टी किसी की B टीम नहीं बल्कि तेलंगाना के लोगों की A टीम है। बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी आरोप लगाया था कि तेलंगाना में सत्तारूढ़ BRS भारतीय जनता पार्टी (BJP) की B टीम है। कांग्रेस नेता पर पलटवार करते हुए कि KTR ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी ने स्थानीय निकाय चुनावों तक में BJP के साथ गठबंधन नहीं किया।
रामा राव ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, "बीआरएस, तेलंगाना के लोगों की A टीम है और किसी की B टीम नहीं है।" राज्य सरकार में कथित भ्रष्टाचार को लेकर विपक्षी दलों के आरोपों पर बीआरएस नेता ने सवाल किया कि केंद्र को कार्रवाई करने से किसने रोका है।
हैदराबाद में एक बैठक में उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए रामा राव ने दावा किया कि स्थिर सरकार और मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव का सक्षम नेतृत्व ही कंपनियों के केरल, कर्नाटक, गुजरात और महाराष्ट्र से तेलंगाना का रुख करने का कारण है।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक अस्थिरता होने पर औद्योगिक क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित होगा। रामा राव ने यह भी कहा कि बीआरएस सरकार ने ऋण जुटाया और ऊर्जा, सिंचाई एवं स्वास्थ्य जैसे उत्पादक क्षेत्रों में निवेश किया है।
'तेलंगाना अयोग्य लोगों के हाथों में नहीं जाना चाहिए'
भारत राष्ट्र समिति (BRS) सुप्रीमो के.चंद्रशेखर राव ने कहा कि अगर राज्य अयोग्य लोगों के हाथों में चला गया तो तेलंगाना में विकास की गति प्रभावित होगी। प्रदेश के सिरपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि 2014 में जब तेलंगाना राज्य का गठन हुआ था, तब पानी और बिजली आपूर्ति की समस्या, किसानों की आत्महत्या, भूख से मौत और उद्योगों का बंद होना आम बात थी। उन्होंने कहा कि हालांकि, प्रदेश की बीआरएस सरकार ने सभी समस्याओं का समाधान किया है। अब लोगों को विभिन्न कल्याणकारी लाभ प्रदान कर रही है।
राव ने दावा किया कि तेलंगाना हर घर में नल से पीने का पानी पहुंचाने वाला देश का एकमात्र राज्य है। उन्होंने अपनी सरकार के कल्याणकारी कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला, जिसमें 24 घंटे बिजली आपूर्ति, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, कल्याण लक्ष्मी योजना और किसानों के लिए 'रायथु बंधु' निवेश सहायता योजना शामिल है। उन्होंने किसानों को केवल तीन घंटे बिजली आपूर्ति का कथित तौर पर समर्थन करने और रैयतों के लिए 'रायथु बंधु' योजना को 'व्यर्थ व्यय' करार देने को लेकर कांग्रेस नेताओं की निंदा की।
मुख्यमंत्री ने पूछा कि क्या यह फिजूलखर्ची है? KCR के नाम से प्रसिद्ध राव ने रैली में मौजूद लोगों से कहा कि आपको निर्णय करना चाहिए क्या बेकार है और कौन बेकार है। तेलंगाना गठन का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने पिछली UPA सरकार के दौरान राज्य के गठन में देरी की थी। उन्होंने कांग्रेस पर तेलंगाना का (अविभाजित आंध्र प्रदेश बनाने के लिए) आंध्र में जबरदस्ती विलय करने का आरोप लगाया। कांग्रेस को धोखेबाज पार्टी करार देते हुए केसीआर ने कहा कि उसने 2004 में तेलंगाना के गठन के वादे पर BRS (तब TRS) के साथ गठबंधन किया था।
राव ने दावा किया कि लोगों के लंबे आंदोलन और उनके अनिश्चितकालीन अनशन के बाद, तत्कालीन संप्रग सरकार ने तेलंगाना के गठन की घोषणा की थी, लेकिन वह फिर से अपनी बात से मुकर गई। उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों के आंदोलन के बाद, देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी ने बाध्यकारी परिस्थितियों में अलग राज्य के गठन के लिए कदम उठाया। तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के लिए 30 नवंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।