देश भर में दिवाली के उत्सव की तैयारी शुरू हो गई है। पांच दिन तक यह उत्सव मनाया जाता है। धनतेरस से इसकी शुरुआत हो जाती है। यह भाई दूज दिवाली का उत्सव बना रहता है। कार्तिक अमावस्या की आधी रात में लक्ष्मी जी लोगों के घर आती हैं। कहा जाता है कि कार्तिक महीने की अमावस्या को समुद्र मंथन से लक्ष्मी जी प्रकट हुई थीं। इसलिए इस दिन लक्ष्मी पूजा की जाती है। दिवाली पर देवी लक्ष्मी के साथ-साथ गणेश, कुबेर, धन्वंतरी की भी पूजा की जाती है। देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए लोग घरों, ऑफिस, फैक्ट्री वाहनों की भी पूजा करते हैं।