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'यह मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा अफसोस', एशिया कप के बाद सूर्यकुमार यादव क्यों कही ये बात

Suryakumar Yadav on MS Dhoni: 35 साल के सूर्यकुमार ने 2021 में विराट कोहली की कप्तानी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था। उन्होंने बताया कि उन्होंने अब तक कई भारतीय कप्तानों के साथ खेलते हुए काफी अनुभव हासिल किया है और घरेलू क्रिकेट से लेकर भारतीय टी20 टीम की कप्तानी तक का सफर उनके लिए बेहद खास रहा है

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 05, 2025 पर 5:31 PM
'यह मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा अफसोस', एशिया कप के बाद सूर्यकुमार यादव क्यों कही ये बात
भारत के टी-20- कप्तान सूर्यकुमार यादव ने अपने करियर को लेकर बात की है

Suryakumar Yadav on MS Dhoni: भारत के टी-20- कप्तान सूर्यकुमार यादव ने अपने करियर को लेकर बात की है और बताया है कि उनके करियर में अबतक का सबसा बड़ा अफसोस क्या रहा है। सूर्यकुमार, जिन्होंने हाल ही में दुबई में भारत को एशिया कप 2025 में जीत दिलाई, उन्होंने इंटरनेशनल करियर में जिन तीन कप्तानों के साथ काम किया, उनके प्रभाव के बारे में खुलकर बात की। सूर्यकुमार यादव ने हैदराबाद में एक कार्यक्रम के दौरान बताया कि उनके क्रिकेट करियर का सबसे बड़ा अफसोस यह है कि उन्हें एमएस धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम के लिए खेलने का मौका नहीं मिला।

एशिया कप के बाद सूर्यकुमार यादव ने कही ये बात

35 साल के सूर्यकुमार ने 2021 में विराट कोहली की कप्तानी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था। उन्होंने बताया कि उन्होंने अब तक कई भारतीय कप्तानों के साथ खेलते हुए काफी अनुभव हासिल किया है और घरेलू क्रिकेट से लेकर भारतीय टी20 टीम की कप्तानी तक का सफर उनके लिए बेहद खास रहा है। सूर्यकुमार ने कहा कि भले ही उन्हें धोनी की कप्तानी में भारत के लिए खेलने का मौका नहीं मिला, लेकिन आईपीएल में उन्होंने कई बार धोनी के खिलाफ खेला है। उन्होंने यह भी बताया कि धोनी से उन्होंने मैदान के अंदर और बाहर, दोनों जगह बहुत कुछ सीखा है। हाल ही में दुबई में एशिया कप जिताने के बाद सूर्यकुमार ने अपने इस अधूरे सपने का ज़िक्र किया, जिसे फैंस ने भी खूब सराहा।

धोनी की तारीफ की 

उन्होंने कहा, “जब धोनी टीम इंडिया के कप्तान थे, तब मैं हमेशा चाहता था कि मुझे उनके साथ खेलने का मौका मिले। लेकिन अफसोस, मुझे कभी वो मौका नहीं मिला। जब भी मैं उनके खिलाफ खेला, उन्हें स्टंप्स के पीछे देखकर एक अलग ही सुकून मिलता था।” सूर्यकुमार ने बताया कि उन्होंने धोनी से एक बहुत अहम बात सीखी हर मुश्किल और दबाव वाली स्थिति में शांत रहना चाहिए। उन्होंने कहा, “धोनी हमेशा मैदान पर शांत रहते हैं। वह पूरे खेल को ध्यान से देखते हैं, समझते हैं कि क्या हो रहा है, और फिर सही समय पर फैसला लेते हैं। यही बात उन्हें सबसे अलग बनाती है।” जब सूर्यकुमार यादव से पूछा गया कि उन्हें एमएस धोनी की कप्तानी का कौन-सा गुण सबसे ज़्यादा पसंद है, तो उन्होंने कहा -धोनी का दबाव में शांत रहना और सही फैसला लेने की क्षमता।”

सूर्यकुमार ने बताया कि उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट तक पहुंचने का सफर काफी लंबा रहा। उन्होंने 2010 में मुंबई से घरेलू क्रिकेट खेलना शुरू किया था, लेकिन भारत की टीम में जगह पाने में उन्हें 10 साल से ज़्यादा वक्त लग गया। आखिरकार 2021 में अहमदाबाद में इंग्लैंड के खिलाफ विराट कोहली की कप्तानी में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा। हालांकि, अपने पहले मैच में उन्हें बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला।

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