हिंदू धर्म में गुप्त नवरात्रि का विशेष महत्व है। यह वर्ष में दो बार—माघ और आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष में मनाई जाती है। ‘गुप्त’ नवरात्रि का नाम इसलिए पड़ा क्योंकि इस दौरान साधक अपनी साधना, अनुष्ठान और पूजा गुप्त रूप से करते हैं। यह विशेष रूप से तांत्रिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत प्रभावशाली मानी जाती है। देवी उपासक इस अवधि में विशेष सिद्धियों की प्राप्ति के लिए साधनाएँ करते हैं। इस वर्ष माघ माह की गुप्त नवरात्रि 30 जनवरी से 7 फरवरी तक रहेगी।गुप्त नवरात्रि में देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों की आराधना करने से मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।