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कुंभ 2025: स्नान के 6 दिनों पर ‘नो-व्हिकल जोन’, 50000 पुलिसबल का सुरक्षा घेरा, AI का इस्तेमाल, 2700 CCTV, जानें पूरा प्रशासनिक नेटवर्क

Mahakumbh 2025: श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए मेला प्रशासन ने तीन स्तरीय व्यवस्था तैयार की है। यह व्यवस्था 13 जनवरी से पूर्ण रूप से काम करने लगेगी यानी मेले के पहले दिन से। मेला क्षेत्र में घुसते वक्त ही कई जगह पर चेक प्वाइंट्स लगाए गए हैं जो पहले स्तर पर ही मेला क्षेत्र में पहुंचने वाले व्यक्ति पर निगाह रखेगी। इसके अलावा अंडर वाटर ड्रोन्स का इस्तेमाल किया जा रहा है

Arun Tiwariअपडेटेड Jan 01, 2025 पर 7:19 AM
कुंभ 2025: स्नान के 6 दिनों पर ‘नो-व्हिकल जोन’, 50000 पुलिसबल का सुरक्षा घेरा, AI का इस्तेमाल, 2700 CCTV, जानें पूरा प्रशासनिक नेटवर्क
प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की प्रशासनिक और सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। इस बार पूरे मेला क्षेत्र में 50 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं की सुरक्षा का खयाल रखेंगे

प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की प्रशासनिक और सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। इस बार पूरे मेला क्षेत्र में 50 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं की सुरक्षा का खयाल रखेंगे। दरअसल विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक जुटान होने के नाते कुंभ में आपराधिक और आतंकी घटनाओं का खतरा भी बना रहता है। सरकार इन खतरों के प्रति पूरी तरह सतर्क है और साथ ही श्रद्धालुओं-शहरवासियों की सुरक्षा व्यवस्था के भी खास इंतजाम मेले के दौरान किए जाएंगे। पुलिस की भूमिका सिर्फ पुलिसिंग तक सीमित न रहकर श्रद्धालुओं के लिए एक ‘फ्रेंडली गाइड’ की भी होने वाली है।

त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था

श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए मेला प्रशासन ने तीन स्तरीय व्यवस्था तैयार की है। यह व्यवस्था 13 जनवरी से पूर्ण रूप से काम करने लगेगी यानी मेले के पहले दिन से। मेला क्षेत्र में घुसते वक्त ही कई जगह पर चेक प्वाइंट्स लगाए गए हैं जो पहले स्तर पर ही मेला क्षेत्र में पहुंचने वाले व्यक्ति पर निगाह रखेगी। इसके अलावा अंडर वाटर ड्रोन्स का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसके पानी के भीतर की गतिविधियों पर भी निगाह रखी जा सकेगी।

AI कैमरों का इस्तेमाल

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