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Mahashivratri 2025: इस शहर में तालाब और नीम से प्रकट हुए महादेव! जानें इस अद्भुत स्थल का रहस्य

Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि 2025 पर देशभर में भक्ति का माहौल है। आगरा के कैलाश महादेव मंदिर और फिरोजाबाद के टेढ़ेश्वर महादेव मंदिर में दो शिवलिंगों की अनोखी पूजा होती है। फिरोजाबाद के ओखरा गांव में स्वयंभू शिवलिंग नीम की जड़ और तालाब से प्रकट हुए थे। श्रद्धालुओं की मान्यता है कि यहां मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है

MoneyControl Newsअपडेटेड Feb 26, 2025 पर 12:28 PM
Mahashivratri 2025: इस शहर में तालाब और नीम से प्रकट हुए महादेव! जानें इस अद्भुत स्थल का रहस्य
Mahashivratri: कब और कैसे प्रकट हुए ये शिवलिंग?

देशभर में 26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि का पर्व श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है। इस शुभ अवसर पर भक्तजन शिवालयों में जलाभिषेक और पूजा-अर्चना करते हैं। भारत के कई मंदिरों में शिवलिंग स्थापित हैं, जहां श्रद्धालु भोलेनाथ का आशीर्वाद पाने के लिए आते हैं। लेकिन कुछ मंदिर ऐसे भी हैं जहां एक नहीं, बल्कि दो शिवलिंग विराजमान हैं, जो अपने आप में एक अनोखी बात है। आगरा के कैलाश महादेव मंदिर और फिरोजाबाद के टेढ़ेश्वर महादेव मंदिर ऐसे ही अद्भुत मंदिरों में शामिल हैं। यहां शिवलिंग की जोड़ी के रूप में पूजा होती है, और इनके प्रकट होने की कहानी भी रहस्यमयी है।

भक्तों की मान्यता है कि ये स्वयंभू शिवलिंग चमत्कारी हैं और सच्चे मन से मांगी गई हर मुराद यहां पूरी होती है। महाशिवरात्रि के अवसर पर यहां विशेष भक्ति और आयोजन किए जाते हैं।

दो शिवलिंग का दिव्य स्थल

आगरा के सिकंदरा क्षेत्र के कैलाश गांव में स्थित प्राचीन कैलाश महादेव मंदिर अपने अनोखे स्वरूप के लिए प्रसिद्ध है। यहां एक साथ दो शिवलिंग स्थापित हैं, जहां भक्तजन विशेष रूप से महाशिवरात्रि के दिन दर्शन के लिए आते हैं। इस स्थान को लेकर मान्यता है कि यहां भगवान शिव की उपस्थिति विशेष रूप से प्रभावी है, और जो भी श्रद्धा से उनकी आराधना करता है, उसकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

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