Get App

Pradosh Vrat 2025: शिव कृपा पाने का शुभ अवसर! आज प्रदोष व्रत पर करें इस कथा का पाठ, जानें पूजा का समय

Pradosh Vrat 2025: प्रदोष व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित एक अत्यंत शुभ व्रत है, जो हर महीने की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है। इस व्रत के प्रभाव से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। विधिपूर्वक शिव आराधना करने से भक्तों को महादेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है

MoneyControl Newsअपडेटेड Mar 11, 2025 पर 10:04 AM
Pradosh Vrat 2025: शिव कृपा पाने का शुभ अवसर! आज प्रदोष व्रत पर करें इस कथा का पाठ, जानें पूजा का समय
Pradosh Vrat 2025: प्रदोष व्रत भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित है।

अगर आप भगवान शिव की कृपा पाना चाहते हैं, तो प्रदोष व्रत से बेहतर कोई अवसर नहीं हो सकता। ये व्रत न सिर्फ आध्यात्मिक उन्नति देता है, बल्कि जीवन की हर परेशानी को भी दूर करने में सहायक माना जाता है। हिंदू धर्म में इसे अत्यंत शुभ माना गया है, क्योंकि ये स्वयं महादेव और माता पार्वती को समर्पित होता है। पंचांग के अनुसार, प्रदोष व्रत हर महीने की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है और सालभर में 24 बार पड़ता है। इस वर्ष फाल्गुन मास का ये विशेष व्रत 11 मार्च को पड़ रहा है, जिसे शिव भक्तों के लिए बेहद फलदायी माना जा रहा है।

मान्यता है कि इस दिन विधिपूर्वक शिव आराधना करने से भक्तों की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। शिव कृपा प्राप्त करने का ये सुनहरा अवसर भक्तों को निश्चित रूप से नहीं छोड़ना चाहिए।

प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त जानें

मंगलवार के दिन पड़ने वाले प्रदोष व्रत को भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है, जिसे विशेष रूप से शुभ माना जाता है। इस वर्ष, फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 11 मार्च को सुबह 8:13 बजे होगी और इसका समापन 12 मार्च को सुबह 9:11 बजे होगा। इस समय में भगवान शिव की विधिपूर्वक पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।

व्रत के साथ कथा का महत्व

सब समाचार

+ और भी पढ़ें