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Prayagraj Mahakumbh 2025: महाकुंभ मेले में जाने से पहले इन बातों का रखें ध्यान, वरना होगी बड़ी परेशानी

Mahakumbh Mela 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अगले महीने महाकुंभ मेला लगने वाला है। यहां करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। अगर आप भी इस मेले में परिवार के साथ घूमने जा रहे हैं तो कुछ ऐसी बातें है, जिनका ध्यान रखना बेहद जरूरी है। एक छोटी सी गलती होने पर भी तगड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Dec 16, 2024 पर 12:41 PM
Prayagraj Mahakumbh 2025: महाकुंभ मेले में जाने से पहले इन बातों का रखें ध्यान, वरना होगी बड़ी परेशानी
Mahakumbh Mela 2025: महाकुंभ मेला 45 दिन के लिए लग रहा है। यह 13 जनवरी 2025 से शुरू हो जाएगा।

महाकुंभ का आयोजन भारत में हर 12 साल में एक बार होता है। यह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेला माना जाता है। जिसमें करोड़ों श्रद्धालु, साधु-संत, और पर्यटक आते हैं। महाकुंभ मेले का आयोजन चार प्रमुख स्थानों पर होता है। इन शहरों में हरिद्वार (गंगा नदी), प्रयागराज (गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम), उज्जैन (क्षिप्रा नदी) और नासिक (गोदावरी नदी) शामिल हैं। बात करें इस साल की तो इस साल महाकुंभ का आयोजित प्रयागराज में किया जा रहा है। न सिर्फ भारतीय बल्कि विदेश से भी लोग महाकुंभ में शामिल होने भारत आते हैं। ऐसे में अगर आप अपने परिवार के साथ महाकुंभ में जाने का प्लान कर रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना आपके लिए जरूरी है।

महाकुंभ को देखने के लिए जा रहे हैं तो सबसे पहले सही से प्लानिंग करें। आप कब महाकुंभ जाएंगे उसकी तारीख तय करें और अपने परिवहन व्यवस्था का इंतजाम करें। दरअसल, कुंभ में अलग-अलग स्नान तिथियां होती हैं। आप उस दिन स्नान का प्लान बनाएं, जब भीड़ कम हो। महाकुंभ के शुरुआत में शाही अखाड़े स्नान करते हैं।

पहले से करें रहने की व्यवस्था

महाकुंभ के समय होटल मिलना काफी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में आप पहले से ही होटल, धर्मशाला या टेंट सिटी में रुकने की व्यवस्था कर लें। भीड़भाड़ वाले दिनों में ठहरने की जगह ढूंढना मुश्किल हो सकता है। आखिरी समय में आपको होटल या धर्मशाला के लिए अतिरिक्त पैसे देने पड़ सकते हैं।

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