हिंदू धर्म में शीतला अष्टमी का विशेष महत्व है। इसे बसौड़ा के नाम से भी जाना जाता है। ये पर्व माता शीतला को समर्पित होता है, जिन्हें रोग नाशिनी देवी माना जाता है। मान्यता है कि माता शीतला की पूजा करने से चेचक, खसरा और अन्य संक्रामक रोगों से सुरक्षा मिलती है। इस दिन भक्तगण बासी भोजन ग्रहण करते हैं और देवी को ठंडा प्रसाद अर्पित करते हैं, क्योंकि उन्हें शीतल चीजें अत्यंत प्रिय हैं। शीतला अष्टमी पर घर-घर में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है, जिससे परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है और संतान संबंधी कष्ट दूर होते हैं। इस दिन महिलाएं व्रत रखती हैं और माता शीतला की कथा सुनती हैं।