अरबपति उद्योगपति गौतम अडानी (Gautam Adani) की अगुआई वाले अडानी ग्रुप (Adani Group) की झोली में एक और कंपनी जाने वाली है। अडानी ग्रुप की सब्सिडियरी कंपनी अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस (Adani Defence & Aerospace) ने करीब 400 करोड़ रुपये में हवाई जहाजों की रखरखाव, रिपेयर और ओवरहॉल करने वाली कंपनी एयर वर्क्स (Air Works) को खरीदने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है। अडानी ग्रुप ने मंगलवार 18 अक्टूबर को एक बयान में यह जानकारी दी।
एयर वर्क्स देश की सबसे बड़ी प्राइवेट एयरक्राफ्ट मेंटनेंस, रिपेयर और ओवरहाल (MRO) कंपनी है। कंपनी 1951 से कारोबार में है। देश के करीब 27 शहरों में कंपनी की उपस्थिति है और इसमें करीब 1300 से अधिक लोग काम करते हैं।
बयान के मुताबिक, एयर वर्क्स कंपनी ने प्रमुख रक्षा और एयरोस्पेस प्लेटफार्मों के लिए देश के भीतर बडे स्तर ऑपरेशनल क्षमताएं विकसित की है। कंपनी भारतीय वायुसेना के कई विमानों के रखरखाव और मरम्मत का काम भी करती है। इसमें देश के पहले P-8I एयरक्राफ्ट से लेकर वायु सेना के 737 वीवीआईपी विमान तक शामिल हैं। कंपनी के पास मुंबई, दिल्ली, होसुर और कोच्चि में डीजीसीए से प्रमाणित फैसिलिटीज हैं।
अडानी ग्रुप की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, एयर वर्क्स और बोइंग फिलहाल तीन P-8I लंबी दूरी की समुद्री गश्ती और पनडुब्बी रोधी युद्धक विमानों का कंपनी के होसुरे फैसिलिटी में मेंटीनेंस भी देख रहे हैं।
कंपनी ने बयान में कहा कि भारतीय MRO मार्केट का साइज साल 2030 तक करीब तीन गुना बढ़कर 5 अरब डॉलर पर पहुंचने का अनुमान है जो अभी 1.7 अरब डॉलर पर है।
इस मौके पर एयर वर्क्स ग्रुप के एमडी और सीईओ डी आनंद भास्कर ने कहा भारत में डिफेंस और सिविल एविएशन के सेक्टर में MRO हब बनने की क्षमता है। यह एयर वर्क्स और उसके कर्मचारियों के लिए अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस प्लेटफॉर्म के तहत शामिल होने का एक शानदार अवसर है। इससे भविष्य में बड़े पैमाने पर रोजगार के मौके पैदा होंगे और अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।