अमेरिका की निजी इक्विटी फंड कंपनी केकेआर (KKR) ने अगस्त में रिकॉर्ड सौदे के तहत हॉस्टिपल चेन मैक्स हेल्थकेयर (Max HealthCare) में अपनी हिस्सेदारी बेच दी थी। अब केकेआर देश के हेल्थकेयर सेक्टर में एक और बड़ा दांव खेलने वाली है। मैक्स हेल्थकेयर की हिस्सेदारी बेचने के बाद अब केकेआर देश के दूसरे सबसे बड़े हॉस्पिटल चेन मणिपाल हेल्थ एंटरप्राइजेज में हिस्सा खरीद सकती है।
केकेआर ने अगस्त में मैक्स हेल्थकेयर में अपनी 27.5 फीसदी हिस्सेदारी 9 हजार करोड़ रुपये में बेच दी थी। यह भारत में किसी प्राइवेट इक्विटी फर्म के लिए अब तक की सबसे बड़ी सिंगल ब्लॉक डील है।
मणिपाल हेल्थ में टीपीजी कैपिटल बेच रही अपनी हिस्सेदारी
सूत्रों के हवाले से मनीकंट्रोल को मिली जानकारी के मुताबिक मणिपाल हेल्थ एंटरप्राइजेज में टीपीजी कैपिटल अपनी हिस्सेदारी बेचना चाहती है। टीपीजी कैपिटल के पास सात साल से इसमें हिस्सेदारी है और अब वह इसे बेचने की तैयारी कर रही है। इसमें केकेआर के साथ सौदेबाजी काफी आगे बढ़ चुकी है। सूत्रों के मुताबिक केकेआर और टीपीजी के बीच एग्रीमेंट साइन भी हो चुके हैं।
एक-दो साल में आईपीओ लाने की तैयारी में मणिपाल हेल्थ
मणिपाल हेल्थ एंटरप्राइजेज आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है। 15 मार्च को मनीकंट्रोल ने जानकारी दी थी कि इससे पहले मणिपाल हेल्थ के प्रमोटर ग्रुप ने टीपीजी की हिस्सेदारी खरीदने की प्रयास किया लेकिन यह सफल नहीं हो पाया। टीपीजी कैपिटल ने फरवरी 2015 में इसमें 21 फीसदी माइनरिटी हिस्सेदारी खरीदी थी।
मणिपाल ग्रुप की बात करें तो अगले एक से दो वर्षों में आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है और उससे पहले यह कंसालिडेशन कर रही है। इसके देश भर के 28 अस्पतालों में करीब 8 हजार बेड्स हैं। नवंबर 2020 में इसमें इंडियन एसेट्स ऑफ कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल्स को 2100 करोड़ रुपये और जून 2021 के आखिरी में बेंगलूरु की विक्रम हॉस्पिटल्स को 350 करोड़ में खरीद लिया।