गेहूं और चीनी के निर्यात पर बैन लगाने के बाद सरकार अब चावल के एक्सपोर्ट पर भी बैन लगाने का फैसला कर सकती है। घरेलू बाजार में चावल की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने और चावल की कीमतों को बढ़ने से रोकने के लिए सरकार को ऐसा कदम उठाना पड़ सकता है। इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री कार्यालय की अध्यक्षता वाली एक कमेटी फिलहाल गैर-बासमती चावल सहित सभी जरूरी कमोडिटी का अध्ययन कर रही है और अगर इनकी कीमतों में थोड़ी भी तेजी का संकेत मिलता है, तो सरकार इसे रोकने के लिए तुरंत उपायों का ऐलान कर सकती है।
