भारत से 6 अरब डॉलर के iPhone का किया एक्सपोर्ट, ट्रंप की धमकी के बीच Apple ने बनाया रिकॉर्ड
Apple ने भारत से iPhone एक्सपोर्ट का नया रिकॉर्ड बनाया है। अमेरिकी टेक कंपनी Apple ने 6 अरब डॉलर के iPhone भेजे। जानिए Apple ने आईफोन की रिकॉर्ड शिपमेंट कैसे की और उस पर ट्रंप टैरिफ का क्या असर होगा।
भारत से कुल स्मार्टफोन एक्सपोर्ट 58% बढ़कर 7.72 अरब डॉलर पर पहुंच गया
भारत में Apple के वेंडर्स ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में रिकॉर्ड 6 अरब डॉलर के iPhone एक्सपोर्ट किए हैं। यह पिछले वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 82% की तेज वृद्धि है। Business Standard की रिपोर्ट के अनुसार, यह आंकड़े उन वेंडर्स द्वारा सरकार को साझा किए गए हैं जो Apple के लिए भारत में मैन्युफैक्चरिंग करते हैं।
यह Apple का अब तक का सबसे मजबूत क्वार्टर रहा है और साथ ही भारत के लिए भी अब तक का सबसे अधिक स्मार्टफोन एक्सपोर्ट वाला तिमाही बन गया है।
कुल स्मार्टफोन एक्सपोर्ट 7.72 अरब डॉलर के पार
Apple की मजबूत परफॉर्मेंस की बदौलत भारत से कुल स्मार्टफोन एक्सपोर्ट 58% बढ़कर 7.72 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जबकि पिछले साल की पहली तिमाही में यह 4.9 अरब डॉलर था। अकेले Apple ने कुल एक्सपोर्ट का लगभग 78% हिस्सा योगदान किया है।
ट्रंप प्रशासन की टैरिफ नीति बनी चिंता का कारण
यह वृद्धि भारत की इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, लेकिन इसकी स्थिरता पर सवाल उठ रहे हैं। क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चाहते हैं कि Apple भारत के बजाय अमेरिका को अपने उत्पादन का केंद्र बनाए। इसके लिए वह टैरिफ बढ़ाने के विकल्प पर विचार कर रहे हैं।
अमेरिकी सरकार फिलहाल Trade Expansion Act की Section 232 के तहत जांच कर रही है, जो राष्ट्रपति को राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर टैरिफ लगाने की अनुमति देती है। इस पर रिपोर्ट 14 अगस्त तक आने की संभावना है। अगर iPhone पर अमेरिकी टैरिफ बढ़ता है, तो भारत से Apple का एक्सपोर्ट प्रभावित हो सकता है।
PLI स्कीम ने दी मैन्युफैक्चरिंग को रफ्तार
स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग में यह तेजी केंद्र सरकार की 2020 में शुरू की गई प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम से संभव हुई है। FY21 में भारत से स्मार्टफोन एक्सपोर्ट सिर्फ 3.1 अरब डॉलर था। FY25 में यह बढ़कर 24.1 अरब डॉलर हो गया, जिसमें Apple का योगदान 17.5 अरब डॉलर रहा। अब FY26 की पहली तिमाही में ही भारत 7.72 अरब डॉलर पार कर चुका है
Business Standard के मुताबिक, Apple के तीनों प्रमुख वेंडर इस समय PLI स्कीम के अंतिम वर्ष में हैं, जबकि Samsung की स्कीम मार्च 2025 में खत्म हो चुकी है।
167वें से पहले स्थान पर पहुंचे स्मार्टफोन
वित्त वर्ष 2014-15 में भारत के कुल निर्यात में स्मार्टफोन का स्थान 167वां था। FY25 तक यह Harmonised System (HS) कोड के आधार पर भारत का नंबर-1 निर्यात उत्पाद बन चुका है। इसके पीछे विदेशी निवेश, मैन्युफैक्चरिंग इंसेंटिव और ग्लोबल डिमांड जैसे कारक हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स एक्सपोर्ट में भी तेजी
Q1FY26 में भारत का कुल इलेक्ट्रॉनिक्स एक्सपोर्ट 48% बढ़कर 12.4 अरब डॉलर रहा, जबकि Q1FY25 में यह 8.4 अरब डॉलर था।
स्मार्टफोन का इसमें 62% हिस्सा रहा, जो पिछले साल की तुलना में 4% अधिक है। इसका मतलब है कि भारत केवल असेंबली से आगे बढ़कर अब वैल्यू-एडेड मैन्युफैक्चरिंग की ओर बढ़ चुका है।
इन कंपनियों ने भी किया तगड़ा एक्सपोर्ट
Apple के अलावा Samsung और Dixon Technologies की सब्सिडियरी Padget Electronics भी प्रमुख एक्सपोर्टर के तौर पर सामने आई हैं। Samsung ने कुल स्मार्टफोन एक्सपोर्ट में 12% योगदान दिया। वहीं, Padget और अन्य का कुल मिलाकर 10% योगदान रहा। अकेले Padget ने पहली तिमाही में 175 मिलियन डॉलर के स्मार्टफोन एक्सपोर्ट किए।