अरबों डॉलर के फंड्स की कमी के चलते क्रिप्टो एक्सचेंज (Crypto Exchange) FTX ढह चुका है और अब सामने आ रहा है कि ग्राहकों के 100 करोड़-200 करोड़ डॉलर का कहीं कुछ पता नहीं चल रहा है। सूत्रों के मुताबिक ग्राहकों के कम से कम 100 करोड़ डॉलर खत्म हो गए हैं। न्यूज एजेंसी रायटर्स को मिली जानकारी के मुताबिक एफटीएक्स के फाउंडर सैम बैंकमैन-फ्रॉयड ने गुप्त रूप से ग्राहकों के फंड से 1000 करोड़ डॉलर एफटीएक्स से बैंकमैन-फ्रॉयड की ट्रेडिंग कंपनी अलामीडा रिसर्च (Almeda Research) को भेज दिए। अब इस फंड का एक बड़ा हिस्सा गायब हो गया है। एक सूत्र के मुताबिक 170 करोड़ डॉलर (13.7 हजार करोड़ रुपये) गायब हुए हैं जबकि दूसरे सूत्र के मुताबिक यह रकम 100 करोड़ डॉलर (8 हजार करोड़ रुपये) से 200 डॉलर (16 हजार करोड़ रुपये) के बीच हो सकती है।
अब जबकि यह जानकारी सामने आ चुकी है कि एफटीएक्स ने ग्राहकों के पैसों को अलामीडा भेजा था, यह पहली बार है जब गायब होने वाले फंड की जानकारी सामने आई है। यह खुलासा पिछले रविवार को उस रिकॉर्ड्स से हुआ है जिसे बैंकमैन-फ्रॉयड ने अन्य सीनियर एग्जेक्यूटिव्स के साथ साझा किया था। इसमें उस समय तक के सभी डेटा शामिल थे। जिन सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है, वे भी एफटीएक्स में सीनियर एग्जेक्यूटिव्स हैं।
वहीं दूसरी तरफ बैंकमैन-फ्रॉयड ने 1000 करोड़ डॉलर के गलत तरीके से ट्रांसफर से इनकार किया है। उनका कहना है कि इसे गुप्त तरीके से ट्रांसफर नहीं किया गया था। हालांकि उन्होंने इस पर आगे बोलने से इनकार कर दिया। शुक्रवार को बैंकमैन-फ्रॉयड ने एक ट्वीट किया कि जो भी एफटीएक्स में हुआ और जिस तरीके से इसका खुलासा हो रहा है, उससे उन्हें झटका लगा है। ऐसे में उन्होंने कहा कि जल्द ही वह एक-एक करके सभी घटनाओं को सिलसिलेवार लिखेंगे और पूरी कहानी पोस्ट करेंगे। एफटीएक्स और अलामीडा की इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
दिवालिया होने की कगार पर है FTX
बहामास की क्रिप्टो एक्सचेंज एफटीएक्स दिवालिया होने की कगार पर है। इस हफ्ते की शुरुआत में जब ग्राहकों ने धड़ाधड़ निकासी शुरू की तो एफटीएक्स ने शुक्रवार को दिवालिया के लिए आवेदन कर दिया। प्रतिद्वंद्वी बाईनेंस (Binance) के साथ इसका सौदा जब आगे नहीं बढ़ा तो यह ढह गया। यह हाल के दिनों में क्रिप्टो मार्केट में सबसे बड़ी गिरावट है।
पिछले रविवार को दिग्गज क्रिप्टो एक्सचेंज बाईनेंस के सीईओ चैंगपेंग झाओ ने एफटीएक्स के डिजिटल टोकन में पूरी हिस्सेदारी बेचने का ऐलान किया था। इसकी पूरी वैल्यू करीब 58 करोड़ डॉलर थी। इस ऐलान के बाद ग्राहकों ने भी धड़ाधड़ निकासी शुरू कर दी।