भारतीय टेलीकॉम सेक्टर की दिग्गज कंपनी भारती एयरटेल अब यहां अमेरिका जैसी हाई-स्पीड इंटरनेट स्पीड देने की तैयारी कर रही है। इसके लिए कंपनी ने एलॉन मस्क (Elon Musk) की स्पेसएक्स (SpaceX) से हाथ मिलाया है जिसके जरिए स्टारलिंक (Starlink) की हाई-स्पीड इंटरनेट सर्विसेज यहां के ग्राहकों को मिलेगी। कंपनी ने पहली बार इस प्रकार का एग्रीमेंट किया है। हालांकि अभी भारत में स्टारलिंक की बिक्री के लिए स्पेसएक्स को अथॉरिटीज से मंजूरी लेनी होगी। भारती एयरटेल के एमडी और वाइस चेयरमैन गोपाल विट्टल का कहना है कि भारत में एयरटेल के ग्राहकों को स्टारलिंक की सर्विसेज देने के लिए स्पेसएक्स के साथ काम करना मील का अहम पत्थर है और यह अगली पीढ़ी की सैटेलाइट कनेक्टिविटी के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को दिखाता है।
भारत और अमेरिका में इंटरनेट स्पीड का कितना है फर्क?
स्पीडटेस्ट के ग्लोबल इंडेक्स के मुताबिक अमेरिका में मोबाइल पर इंटरनेट की स्पीड के मामले में अमेरिका दुनिया में 14वें और फिक्स्ड ब्रॉडबैंड के मामले में 7वें स्थान पर है। मोबाइल पर अमेरिका में डाउनलोड स्पीड 164.85 Mbps, अपलोड स्पीड 10.47 Mbps और लैटेंसी 28 ms है तो फिक्स्ड ब्रॉडबैंड के मामले में डाउनलोड स्पीड 274.16 Mbps, अपलोड स्पीड 40.20 Mbps और लैटेंसी 13 ms है।
वहीं भारत की बात करें तो 5जी आने के चलते मोबाइल पर स्पीड के मामले में बहुत पीछे नहीं है लेकिन फिक्स्ड ब्रॉडबैंड में काफी अंतर दिख रहा है। स्पीडटेस्ट के ग्लोबल इंडेक्स के मुताबिक भारत मोबाइल पर इंटरनेट की स्पीड के मामले में 18वें और फिक्स्ड ब्रॉडबैंड के मामले में 94वें स्थान पर है। मोबाइल पर भारत में डाउनलोड स्पीड 151.80 Mbps, अपलोड स्पीड 12.25 Mbps और लैटेंसी 28 ms है तो फिक्स्ड ब्रॉडबैंड के मामले में डाउनलोड स्पीड 62.07 Mbps, अपलोड स्पीड 57.60 Mbps और लैटेंसी 7 ms है।