दिग्गज क्रिप्टो एक्सचेंज एफटीएक्स (FTX) दिवालिया होने की कगार पर है। हालांकि खतरा अभी टला नहीं है। इंडस्ट्री के जानकारों का मानना है कि टोरंटो में लिस्टेड क्रिप्टो माइनिंग कंपनियों को अभी और झटका झेलना पड़ सकता है यानी दिवालिएपन के घटनाक्रम की यह शुरुआत भर है। जानकारों के मुताबिक सैन-बैंकमैन-फ्रॉयड की एफटीएक्स के ढहने से डिजिटल एसेट्स में निवेशकों का भरोसा डगमगा रहा है। दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन के भाव (BitCoin Price) सोमवार को 15804.76 डॉलर (12.86 लाख रुपये) तक फिसल गए थे और यह 5 नवंबर से लेकर करीब 25 फीसदी फिसल चुका है।
हाईव ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजीज के एग्जेक्यूटिव चेयरमैन का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसीज के गिरते भाव ने माइनर्स के हाथ बांध दिए हैं और इस सेक्टर को दिए गए कर्ज पर डूबने का खतरा दिख रहा है। फ्रैंक होम्स के मुताबिक एफटीएक्स के बाद अभी दिवालिया होने की और घटनाएं सामने आ सकती हैं।
2008 के वैश्विक मंदी की शुरुआत से हो रही तुलना
करीब 14 साल पहले वर्ष 2008 में लेहमन ब्रदर्स (Lehman Brothers) के झटके से पूरी दुनिया हिल गई थी और दुनिया को वैश्विक मंदी झेलना पड़ा था। होम्स की आशंका है कि एफटीएक्स का दिवालिया होना ऐसी ही किसी घटना की फिर शुरुआत भर है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें नहीं पता कि अगला नंबर किसका है लेकिन स्थिति बहुत गंभीर है।
Crypto Industry की क्या है दिक्कतें
एफटीएक्स के डूबने के चलते टोरंटो में लिस्टेज क्रिप्टो माइनर्स कमजोर हुए हैं। Hut 8 Mining Corp. इस महीने 37 फीसदी गिर चुका है, हाईव 22 फीसदी और बिटफार्म्स लिमिटेड 24 फीसदी। बिटकॉइन के सभी माइनर्स सिकुड़ रहे हैं। बिटफार्म्स के प्रेसिडेंट जॉफरी मर्फी ने अर्निंग्स कॉल में कहा कि कंपनी का फोकस अभी लागत को कम करना है। माइनर्स के लिए क्रिप्टो की गिरती कीमतें के साथ-साथ बिजली की बढ़ी कीमतें में भी दिक्कतें कर रही है।
एथर कैपिटल कॉरपोरेशन के सीईओ ब्रॉयन मोसोफ के मुताबिक मौजूदा परिस्थितियों में नई-पुरानी सभी कंपनियों के लिए पैसे जुटाना बहुत मुश्किल हो गया है। मोसोफ ने भी आशंका जताई है कि अभी एफटीएक्स की तरह दिवालिया की और घटनाएं सामने आ सकती हैं।
यूजर्स तेजी से क्रिप्टो मार्केट से निकाल रहे पैसे
एफटीएक्स के ढहने से यूजर्स तेजी से पैसे खींच रहे हैं। क्रिप्टो क्वांट के मुताबिक 6 नवंबर से 13 नवंबर के बीच दुनिया भर के क्रिप्टो एक्सचेंजों से यूजर्स ने 370 करोड़ डॉलर (30 हजार करोड़ रुपये) की बिटकॉइन और 250 करोड़ डॉलर (20 हजार करोड़ रुपये) के एथर (Ether) निकाल लिए हैं।