Budget 2024: साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को अंतरिम बजट पेश करेंगी। 'मिनी बजट' (Mini Budget) एक विशेष अवसर का बजटीय प्रस्ताव है जिसे 'मिनी बजट' भी कहा जाता है। ये तब पेश किया जाता है जब निवर्तमान सरकार (पुरानी सरकार) चुनावी साल में एक अंतरिम बजट पहले ही पेश कर चुकी होती है और नई सरकार उसी साल दूसरा बजट पेश करती है। वह मिनी बजट कहलाता है। भारत के इतिहास में पहला मिनी बजट 30 नवंबर 1956 को पेश किया गया था।
किसने पेश किया भारत का पहला मिनी बजट
भारत के चौथे वित्त मंत्री टी टी कृष्णामाचारी ने प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की सरकार में पहला मिनी बजट पेश किया। सी डी देशमुख से पहले, कृष्णामाचारी ने वित्त विधेयक के माध्यम से 5000 शब्दों के लंबे भाषण में एक स्पेशल बजटीय प्रस्ताव में नए टैक्स प्रस्तावों की घोषणा की। जिसका उद्देश्य अर्थव्यवस्था को बढ़ती महंगाई और घटते विदेशी मुद्रा भंडार से बचाना था। हालांकि, फरवरी 1958 में एक सदस्यीय न्यायमूर्ति चागला आयोग द्वारा उन्हें भ्रष्टाचार का दोषी पाए जाने के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। उनके इस्तीफे के बाद वित्त मंत्री की अनुपस्थिति में नेहरू ने वित्त विभाग संभाला और नेहरू ने 1958-59 का बजट पेश किया।
एक दशक से भी कम समय के बाद कृष्णामाचारी वित्त मंत्री के रूप में वापस आये और अगस्त 1965 में उन्होंने दूसरा मिनी बजट भी पेश किया। अपने कार्यकाल के दौरान कृष्णामाचारी ने कुल छह बजट पेश किए, जिनमें से दो मिनी बजट थे।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2024 को बजट पेश करेंगी। आनेवाला बजट 'अंतरिम बजट' होगा क्योंकि देश में अप्रैल-मई 2024 में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनावों के बाद जो सरकार आएगी वह अपना पूर्ण बजट पेश करेगी। चुनावों से पहले पेश होने वाला बजट ये अंतरिम बजट होगा।