Daily Voice | बजट में कृषि, हेल्थ और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर रहेगा फोकस : शिव चनानी

एलारा सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड शिव चनानी ने कहा, अगली तेजी से पहले बाजार के कंसॉलिडेशन के फेज में जाने की उम्मीद है, इसके बाद घरेलू निवेश और कंजम्प्शन के दम पर बाजार को गति मिलेगी

अपडेटेड Dec 30, 2021 पर 4:30 PM
Story continues below Advertisement
एलारा सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड शिव चनानी

हाल की गिरावट के बाद अब बाजार कंसोलिडेशन के फेज में चला जाएगा। फिर घरेलू निवेश और कंजम्प्शन के दम पर ही बाजार को गति मिलेगी। एलारा सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड शिव चनानी ने मनीकंट्रोल के साथ बातचीत में यह बात कही। बजट के संबंध में उन्होंने कहा कि वह बजट में एग्रीकल्चर, हेल्थ और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ज्यादा जोर दिए जाने की उम्मीद करते हैं।

2022 में घटेंगी ब्याज दरें

इक्विटी रिसर्च और फंड मैनेजमेंट में 20 साल का अनुभव रखने वाले चनानी ने ग्लोबल फैक्टर्स पर कहा कि उन्हें वर्ष 2022 में यूएस फेड के दरों में बढ़ोतरी करने की उम्मीद है। साथ ही मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी फरवरी, 2022 में रेपो रेट के मामले में सामान्य रुख अपनाएगी और वित्त वर्ष 23 की दूसरी तिमाही में रेपो रेट में पहली बढ़ोतरी दिख सकती है। उन्होंने कहा, “हम वित्त वर्ष 23 में 50-75 बीपीएस की बढ़ोतरी की उम्मीद करते हैं।”

 Binance Coin BNB : इस क्रिप्टोकरंसी ने 2021 में दिया 1,300% रिटर्न, बिटकॉइन और ईथर को छोड़ा पीछे


2021 में बढ़ा टेक्नोलॉजी का एडॉप्शन

वर्ष 2021 में सबसे बड़े सबक पर उन्होंने कहा कि हर तरफ टेक्नोलॉजी का एडॉप्शन बढ़ा है। उन्होंने कहा, भले ही इससे टेक्नोलॉजी सॉल्युशन स्पेस में बड़े मौके पैदा हुए हैं, लेकिन इससे लगभग हर बिजनेस डिजिटल बाधाओं के लिहाज से संवेदनशील हो गया है। इसलिए इनवेस्टर्स को ऐसे मैनेजमेंट पर नजर रखनी चाहिए, जो “डिजिटल फर्स्ड” को मंत्र को अपना रही हैं।

दुनिया की तुलना में भारत बेहतर स्थिति में

ओमीक्रोन की चिंताओं के चलते आने वाले महीनों में और गिरावट की आशंकाओं पर चनानी ने कहा, ओमीक्रोन और संभावित रेट हाइक जैसे फैक्टरों के चलते करेक्शन आया है। इसके बावजूद हमारा मानना है कि भारत दोनों मामलों में दुनिया की तुलना में बेहतर स्थिति में है।

मार्केट की गिरावट से 2021 में लिस्ट IPOs को लगा झटका, अपने हाई से 10-50% तक टूटे

भारत का फॉरेक्स रिजर्व मजबूत

मैक्रो फ्रंट पर उन्होंने कहा कि फेड के फैसलों से पैदा होने वाली उतार-चढ़ाव की स्थिति का सामना करने के लिए भारत का करंट अकाउंट डेफिसिट और फॉरेक्स रिजर्व अच्छी स्थिति में है। लिक्विडी में कमी की स्थिति में चनानी ने कुछ न्यू एज टेक्नोलॉजी कंपनियों के वैल्युएशन पर असर पड़ने की उम्मीद जाहिर की। हालांकि उन्होंने कहा कि वे भारतीय बाजार की तुलना में खासी छोटी हैं। उन्होंने कहा, “कुल मिलाकर, हम अगली तेजी से पहले बाजार के कंसॉलिडेशन के फेज में जाने की उम्मीद करते हैं। इसके बाद घरेलू निवेश और कंजम्प्शन के दम पर बाजार को गति मिलेगी।”

बजट के निवेश केंद्रित रहने की उम्मीद

बजट से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, हम बजट के व्यावहारिक और निवेश केंद्रित रहने की उम्मीद करते हैं। चनानी ने कहा, “जीडीपी ग्रोथ ने सरप्राइज किया है, साथ ही टैक्स रेवेन्यू कलेक्शन मजबूत स्थिति में है। इसलिए हमें फिस्कल डिफसिट के अनुमान के तहत रहने की उम्मीद है। हम बजट में एग्रीकल्चर, हेल्थ और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान दिए जाने की उम्मीद है।”

डिसक्लेमर : मनीकंट्रोल पर इनवेस्टमेंट एक्सपर्ट्स के विचार और निवेश के टिप्स उनके अपने हैं, वेबसाइट या उसके मैनेजमेंट के नहीं। मनीकंट्रोल अपने यूजर्स को निवेश से जुड़े फैसले लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट्स से संपर्क करने की सलाह देते हैं।

MoneyControl News

MoneyControl News

First Published: Dec 30, 2021 4:27 PM

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।