Ashika Group के अमित जैन ने बाजार की आगे की दशा-दिशा और आगामी बजट पर मनीकंट्रोल के साथ एक लंबी बातचीत की। इस बातचीत में उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2023 के लिए 1 फरवरी को आनेवाले यूनियन बजट में मांग में बढ़त, रोजगार बढ़ाने, इकोनॉमी को विकास के रास्ते पर 9 फीसदी की ज्यादा की दर से बढ़ाने जैसे लक्ष्यों पर फोकस हो सकता है। मनीकंट्रोल को दिए इस इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि आगामी बजट में MSME सेक्टर को अलग-अलग जीएसटी स्लैब के आधार पर टैक्स में राहत मिलती दिख सकती है।
बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर में 18 साल का अनुभव रखने वाले अमित जैन का कहना है कि आईटी सेक्टर ब्रॉडर मार्केट की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करना जारी रखेगा। पूरी दुनिया में डिजिटलीकरण पर फोकस के कारण आईटी कंपनियों को फायदा होगा।
बाजार की आगे की दशा और दिशा पर बात करते हुए उन्होंने आगे कहा कि कैलेंडर ईयर 2022 कंसोलिडेशन का साल होगा। अगर आप मार्च 2020 से लेकर नवंबर 2021 तक के बाजार पर नजर डालें तो इस अवधि में निफ्टी में 230 फीसदी की तेजी आ चुकी है। जो किसी भी पैमाने पर शानदार प्रदर्शन है।
अगर आप दुनिया के टॉप 10 मार्केट से तुलना करें तो भारत मार्च 2020 से लीडरशिप कर रहा है। ऐसे में अगर बाजार में 10 फीसदी की गिरावट आती भी है तो यह कोई चिंता की बात नहीं है जबकि इस हेल्दी करेक्शन से बाजार लंबी अवधि के टिकाऊ बुलरन के लिए तैयार होगा। इस बात की बहुत संभावना है कि 2022 की पहली छमाही में बाजार में यह करेक्शन और बढ़ता दिखे। हालांकि आगे भारतीय बजट और वित्तीय अनुमान बाजार पर अपना असर दिखाते नजर आएंगे।
बाजार पर ही बात करते हुए उन्होंने आगे कहा कि आईटी सेक्टर में आगे हमें तेजी दिखेगी ही। इसके अलावा 2022 के लिए Metals, Chemicals, Manufacturing और Retailing सेक्टर पर उनकी राय है कि 2021 में इन स्टॉक्स में अच्छी तेजी रही है अब 2022 में इनमें कुछ टाइम करेक्शन देखने को मिल सकता है। 2022 में कुछ अंडरवैल्यूड सेक्टर लीड करते नजर आ सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि कैलेंडर ईयर 2022 में Banking, Automobile, Healthcare & Infrastructure ब्रॉडर मार्केट को लीड करते नजर आ सकते हैं। इसके अलावा कुछ चुनिंदा पीएसयू स्टॉक भी अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि 2022 में एलआईसी के आईपीओ के बाद हमें और कुछ पीएसयू कंपनियों में विनिवेश की खबर आती दिख सकती है।
जब अमित जैन से पूछा गया कि अगर कोई 25-30 साल का निवेशक 10 लाख रुपये निवेश करना चाहता है तो उसकी निवेश रणनीति क्या होनी चाहिए? इस सवाल का जबाव देते हुए उन्होंने कहा कि इस समय निवेशकों को उन इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीमों में निवेश करना चाहिए जिनका वेटेज banking, infrastructure, healthcare और automobile सेक्टर में ज्यादा हो। अगले 3-5 सालों में यह स्कीम दूसरी स्कीम की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करेंगे । जो कम जोखिम क्षमता वाले निवेशक है उनको सलाह होगी कि वे डेट म्यूचुअल फंडों के बजाय गोल्ड में निवेश करें।