Budget 2024 : वित्त वर्ष 2023-24 में लगातार तीसरे साल ग्रॉस टैक्स कलेक्शन की ग्रोथ 10 फीसदी से ज्यादा रहने जा रही है। यह भी अहम है कि इस इस वित्त वर्ष अब तक टैक्स कलेक्शन की ग्रोथ उम्मीद से ज्यादा रही है। पिछले साल 1 फरवरी को पेश बजट में वित्त वर्ष 2023-24 में ग्रॉस टैक्स कलेक्शन 33.61 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया गया था। यह वित्त वर्ष 2022-23 में ग्रॉस टैक्स कलेक्शन के रिवाइज्ड अमाउंट से 10.4 फीसदी ज्यादा है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, इस वित्त वर्ष के पहले 8 महीनों में टैक्स कलेक्शन अप्रैल-नवंबर 2022 के मुकाबले करीब 15 फीसदी ज्यादा रहा है।
FY23 में वास्तविक टैक्स कलेक्शन 30.54 लाख करोड़
फाइनेंस मिनिस्ट्री ने पहले वित्त वर्ष 2022-23 में ग्रॉस टैक्स कलेक्शन 27.58 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया था। 1 फरवरी, 2023 को इसे 10.3 फीसदी बढ़ाकर 30.43 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया था। कंट्रोलर जनरल ऑफ अकाउंट्स के मुताबिक, आखिर में वास्तविक टैक्स कलेक्शन करीब आधार फीसदी ज्यादा 30.54 लाख करोड़ रुपये था।
अब सरकार टैक्स कलेक्शन का लगती है कम अनुमान
पिछले कुछ सालों में टैक्स कलेक्शन का ज्यादा अनुमान लगाने के बाद अब वित्तमंत्रालय ने कम अनुमान लगाना शुरू किया है। इससे बजट के आंकड़ों को ज्यादा भरोसेमंद बनाने में मदद मिली है। साथ ही मंत्रालयों को भी वित्त वर्ष के अंत में फिस्कल डेफिसिट के टारगेट को पूरा करने के लिए अपने खर्च में कटौती करने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ रहा है। सवाल है कि ग्रॉस टैक्स कलेक्शन का सरकार अनुमान आगे क्या हो सकता है?
बजट 2024 में 13 फीसदी ज्यादा हो सकता है टैक्स कलेक्शन का टारगेट
1 फरवरी को वित्तमंत्री अंतरिम बजट पेश करेंगी। इसलिए इसमें किसी बड़े ऐलान की उम्मीद नहीं की जा रही है। रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) के मुताबिक, अगले वित्त वर्ष के दौरान सरकार का ग्रॉस टैक्स कलेक्श 38 लाख करोड़ रुपये रह सकता है। यह वित्त वर्ष 2023-24 के बजट अनुमान से 13.1 फीसदी ज्यादा होगा। यह इस वित्त वर्ष के संशोधित अनुमान से करीब 11.1 फीसदी ज्यादा होगा। इक्रा इकोनॉमिस्ट्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, "वित्त वर्ष 2024-25 में ग्रॉस टैक्स कलेक्शन का अनुमान इस वित्त वित्त वर्ष में 9.5 फीसदी के नॉमिनल जीडीपी ग्रोथ के अनुमान से थोड़ा ज्यादा हो सकता है।"