एडुटेक सेक्टर की दिग्गज कंपनी बायजूज (Byju's) ने उधार देने वालों को न्यूयॉर्क सुप्रीम कोर्ट में घसीट लिया है। बायजूज ने 120 करोड़ डॉलर के टर्म लोन बी (TLB) को फटाफट चुकाने के लेंडर्स के दबाव के चलते यह मुकदमा दायर किया है। इसके अलावा इस लोन के एक बड़े हिस्से को खरीदने पर रेडवुड (Redwood) के खिलाफ भी याचिका दायर किया है। बायजूज का कहना है कि उसे यह मुकदमा इसलिए दायर करना पड़ा क्योंकि लेंडर्स लोन वसूली के लिए कब्जे की रणनीति अपना रहे हैं और वे कंपनी की संपत्तियों को जब्त करने तक की धमकी दे रहे हैं। इसके अलावा बायजूज का कहना है कि रेडवुड ने टर्म लोन बी का जो हिस्सा खरीदा है, वह नियमों के खिलाफ है, इसीलिए इसके खिलाफ भी मुकदमा किया गया है।
बायजूज का कहना है कि 3 मार्च 2023 को टीएलबी लेंडर्स ने गैरकानूनी तरीके से कुछ नॉन-मॉनीटरी और टेक्निकल डिफॉल्ट्स की आड़ में लोन को फटाफट निपटारा करना शुरू किया यानी कि बायजूज पर इसे चुकाने का दबाव बनाया। इस अनुचित तरीके के दम पर लेंडर्स ने बायूजज के अल्फा पर नियंत्रण कर अपना मैनेजमेंट नियुक्त करने के लिए बिना सूचना कदम (अनवारंटेड एनफोर्समेंट मेजर्स) उठाने की कोशिश की। लेंडर्स यहीं नहीं रुके और अपने एजेंट जीएलएएस ट्रस्ट कंपनी के जरिए अपनी कार्रवाई को वैधानिक ठहराने के लिए डेलवेयर में मुकदमेबाजी शुरू की।
हालांकि डेलवेयर कोर्ट में शुरुआती फैसला बायजूज के पक्ष में आया। इसके बावजूज बायजूज का कहना है कि लेंडर्स की मनमानी जारी रही और उन्होंने पूरा लोन तत्काल चुकाने की मांग की जबकि यह मामला अभी अदालत में चल ही रहा था। इसके अलावा बायजूज ने यह भी आरोप लगाया है कि लेंडर्स लगातार उसकी पहचान खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।
Redwood कहां से आया बीच में
अब यहां रेडवुड बीच में आया। रेडवुड ऐसा लेंडर है जिसे डिस्ट्रेस्ड डेट यानी खराब कर्जों की ट्रेडिंग के लिए जाना जाता है, उसने बायजूज के टीएलबी में धीरे-धीरे अपनी हिस्सेदारी काफी बढ़ा ली। रेडवुड ने यह खरीदारी विंडफाल गेन्स के इरादे से की। ऐसे में बायजूज का कहना है कि उसके पास फटाफट लोन चुकाने के दबाव के खिलाफ न्यूयॉर्क सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा दायर करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा। बायजूज ने इसके अलावा रेडवुड एंटिटीज को डिसक्वालिफाई करने की भी मांग की है और अगर ऐसा हो जाता है तो यह लोन को लेकर बायजूज पर दबाव नहीं बना पाएगा।
अब लोन पर ब्याज नहीं भरेगी Byju's
अब यह मामला डेलवेयर और न्यूयॉर्क, दोनों जगहों की अदालतों में चल रहा है। ऐसे में बायजूज का कहना है कि यह पूरा टर्म लोन बी विवादित हो गया है और अब फिलहाल यह लेंडर्स को कोई ब्याज नहीं देगा। बायजूज का कहना है कि वह ब्याज सहित कोई पेमेंट तब तक नहीं करेगी, जब तक कोर्ट से फैसला नहीं आ जाता है।
हालांकि बायजूज का कहना है कि वह वित्तीय तौर पर मजबूत है और यह लेंडर्स से बातचीत के लिए तैयार है। कंपनी का कहना है कि अगर लेंडर्स अपने गलत तरीके छोड़ देते हैं और एग्रीमेंट की शर्तों को मानते हैं तो वह पेमेंट जारी रखने के लिए तैयार है। वहीं कंपनी के कारोबार पर इसके असर की बात करें तो बायजूज का दावा है कि हाल ही में फंड जुटाने के चलते उसकी वित्तीय सेहत बेहतर है और ऐसे में लेंडर्स के साथ विवाद के चलते इसके कारोबार पर कोई निगेटिव असर नहीं पड़ेगा।