केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज 29 फरवरी को 'पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना' को मंजूरी दी। इस योजना के तहत करीब देश के करीब 1 करोड़ घरों के छत पर सोलर पैनल लगाने का लक्ष्य रखा गया है। योजना के लिए कुल 75,021 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में गुरुवार को यह फैसला लिया गया। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर अनुराग ठाकुर ने बताया, "आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कैबिनेट की बैठक हुई। 'पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना' को आज मंजूरी दे दी गई है, इस योजना के तहत एक करोड़ परिवारों को 300 यूनिट मुफ्त बिजली मिलेगी। वहीं एक करोड़ घरों में छत पर सोलर प्रोजेक्ट लगाए जाएंगे। योजना पर 75,021 करोड़ रुपये खर्च होंगे।"
सरकार की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया, "इस योजना के तहत केंद्र सरकार की ओर से 2 किलोवाट सिस्टम को लगाने में लागत का 60 प्रतिशत और 2 से 3 किलोवाट क्षमता के सिस्टम के अतिरिक्त लागत का 40 प्रतिशत, वित्तीय सहायता मुहैया कराया जाएगा।"
बयान में आगे कहा गया है, "इस वित्तीय सहायता को 3 किलोवाट पर सीमित किया जाएगा। मौजूदा बेंचमार्क कीमतों पर, इसका मतलब 1 किलोवाट सिस्टम के लिए 30,000 रुपये, 2 किलोवाट सिस्टम के लिए 60,000 रुपये और 3 किलोवाट सिस्टम या उससे अधिक के लिए 78,000 रुपये की सब्सिडी होगी।''
सरकार ने कहा कि इच्छुक परिवार, ऑनलाइन पोर्टल के जरिए सब्सिडी के लिए आवेदन कर सकेगा और छत पर सोलर पैनल लगाने के लिए एक उपयुक्त विक्रेता का चयन करने में सक्षम होगा। सरकार ने कहा, "यह नेशनल पोर्टल लोगों को सिस्टम के सही साइज, लाभ कैलकुलेटर, विक्रेता रेटिंग जैसी उचित जानकारी मुहैया कराएगा और निर्णय लेने की प्रक्रिया में उनकी सहायता करेगा।"
बयान में कहा गया है कि इच्छुक परिवार 3 किलोवाट तक के आवासीय RTS सिस्टम लगाने के लिए बिना कुछ गिरवी रखे 7 फीसदी तक के कम ब्याज दर लोन भी ले सकेंगे। सरकार ने कहा कि योजना के तहत, ग्रामीण क्षेत्रों में छत पर सोलर लगाने को बढ़ावा देने के लिए देश के प्रत्येक जिले में 'एक मॉडल सोलर गांव' विकसित किया जाएगा, जो बाकी गांवों के लिए रोल मॉडल के रूप में काम करेगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को अंतरिम बजट पेश करते हुए कहा था कि इस नई योजना के चलते छत पर सौलर पैनल लगाने वाले परिवारों को सालाना 15,000-18,000 रुपये की बचत हो सकती है।