Stock Tips: दुनिया की सबसे बड़ी कोल माइनिंग कंपनी कोल इंडिया (Coal India) के शेयर आज 7 सितंबर को 52 हफ्ते की रिकॉर्ड ऊंचाई 237.60 रुपये पर पहुंच गए। घरेलू ब्रोकरेज फर्म प्रभुदास लीलाधर के मुताबिक डिविडेंड देने वाली इस पीएसयू कंपनी के शेयरों में हायर लो और हायर हाई बनाने का मजबूत रूझान दिख रहा है। हाल ही में इसमें करेक्शन का रूझान दिखा था लेकिन अब इसमें तेजी का रूझान दिख रहा है। ब्रोकरेज फर्म ने मीडियम टर्म के लिए किसी टेक स्टॉक में निवेश के लिए कोल इंडिया को चुनने की सलाह दी है। प्रभुदास लीलाधर ने 227 रुपये के स्टॉप लॉस और 255 रुपये के टारगेट प्राइस पर इसे खरीदने की रेटिंग दी है। अभी इसके भाव 237.20 रुपये हैं।
एक और ब्रोकरेज फर्म ने 290 रुपये का दिया है टारगेट
घरेलू ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने पिछले हफ्ते एक नोट जारी किया था जिसमें नियर टर्म में वैश्विक स्तर पर कोयले की मजबूत रहने की उम्मीद जताई गई है। कोरोना महामारी से अब दुनिया उबर रही है और रूस से गैस की बजाय लांग टर्म में रिन्यूएबल्स की तरफ शिफ्ट हो रहे हैं जिससे नियर टर्म में कोयले पर निर्भरता बढ़ेगी। ऐसे में ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने इसे खरीदने की रेटिंग को बरकरार रखते हुए इसका टारगेट प्राइस 250 से बढ़ाकर 290 रुपये कर दिया।
शेयरों में तेजी के अलावा डिविडेंड से भी निवेशकों की कमाई
कोल इंडिया कोयले की दुनिया की सबसे बड़ी उत्पादक है। इसके शेयरों ने इस साल 2022 में अब तक निवेशकों की पूंजी 52 फीसदी से अधिक बढ़ाई है और अब आज बीएसई पर इसके शेयर 52 हफ्ते के रिकॉर्ड ऊंचे स्तर पर पहुंच गए। हालांकि सिर्फ शेयरों की तेजी ही नहीं बल्कि डिविडेंड के मामले में भी यह निवेशकों के लिए मुनाफे की खरीदारी है। पिछले 12 महीने में इसके शेयर करीब 60 फीसदी मजबूत हुए हैं तो पिछले 12 महीने में इक्विटी निवेशकों को प्रति शेयर 17 रुपये का डिविडेंट मिला है यानी कि डिविडेंड यील्ड 7 फीसदी से अधिक है।
(डिस्क्लेमर: यहां दिए गए निवेश टिप्स एक्सपर्ट्स के अपने निजी विचार हैं और मनीकंट्रोल की वेबसाइट या मैनेजमेंट इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है। शेयरों में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है, इसलिए निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर संपर्क करें।)