Stock Tips: ऑटो और फाइनेंशियल शेयरों पर एक्सपर्ट्स का सबसे अधिक भरोसा, टेक स्टॉक्स सबसे अधिक डाउनग्रेड, मिलाएं अपने पोर्टफोलियो से
Stock Tips: चिप सप्लाई बेहतर होने और खुदरा कर्ज को लेकर पॉजिटिव रूझान को देखते हुए ऑटो और फाइनेंशियल सेक्टर एनालिस्ट्स की पसंद बनी हुई है। हालांकि आईटी सेक्टर को लेकर रूझान फीका रहा
Stock Tips: चिप सप्लाई बेहतर होने और खुदरा कर्ज को लेकर पॉजिटिव रूझान को देखते हुए ऑटो और फाइनेंशियल सेक्टर एनालिस्ट्स की पसंद बनी हुई है। सालाना आधार पर बात करें तो अगस्त के आखिरी में सबसे अधिक अपग्रेड कॉल आयशर मोटर्स (Eicher Motors) के लिए रही लेकिन तिमाही आधार पर रिलायंस ने बाजी मारी। वहीं दूसरी तरफ एनालिस्टों का भरोसा आईटी शेयरों से डगमगाया है और अगस्त के आखिरी में सालाना आधार पर सबसे अधिक डाउनग्रेड एचसीएल, टीसीएस और टेक महिंद्रा के लिए रही। यह खुलासा 2 सितंबर को जारी घरेलू ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट से हुआ है।
नई दोपहिया की लॉन्चिंग और कॉमर्शियल व्हीकल सेग्मेंट में अपसाइकल के चलते सालाना आधार पर अगस्त के आखिरी तक अपग्रेड कॉल में सबसे अधिक बढ़ोतरी आयशर मोटर्स में रही। इसके बाद सबसे अधिक अपग्रेड्स आईटीसी (ITC) में रही जिसकी कई सेक्टर्स में बिक्री की ग्रोथ बेहतर रही।
आयशर के अलावा दो और ऑटो कंपनियों टाटा मोटर्स (Tata Motors) और मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) को भी ऐसे शेयरों की सूची में शामिल किया गया है, जिसे सबसे अधिक अपग्रेड के मामले में सालाना आधार पर अगस्त में शामिल किया गया। इस सूची में वित्तीय सेक्टर के तीन स्टॉक भी हैं जिसमें से एक इंश्योरेंस स्टॉक है।
आयशर मोटर्स के बाद जून तिमाही में मार्जिन के गिरने के बावजूद एनालिस्ट्स सबसे अधिक पॉजिटिव एफएमसीजी सेक्टर की दिग्गज कंपनी आईटीसी को लेकर रहे। आईटीसी की मजबूत सेल्स ग्रोथ, प्राइस हाइक और प्रोडक्ट्स के ऑपरेटिंग लीवरेज व प्रीमियमाइजेशन के चलते इसे लेकर एनालिस्ट्स पॉजिटिव हैं। आयशर मोटर्स और आईटीसी के बाद अपग्रेड्स में सबसे अधिक तेजी टाइटन में रही।
तिमाही आधार पर सबसे अधिक अपग्रेड्स इन शेयरों में
तिमाही आधार पर बात करें तो अगस्त के आखिरी में रिलायंस इंडस्ट्रीज को खरीदने की कॉल में सबसे अधिक बढ़ोतरी हुई। इसे खरीदने की कॉल में सबसे अधिक 10.26 फीसदी, इसके बाद आईटीसी की 8.73 फीसदी और फिर नेस्ले की 5.41 फीसदी बढ़ोतरी रही। तेल निर्यात पर टैक्सेशन पर नीतिगत अनिश्चितता के बावजूद एनालिस्ट्स का भरोसा रिलायंस में बना हुआ है। वहीं नेस्ले गांवों मे तेजी से विस्तार कर रही है और अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को भी बढ़ी रही है जिसके चलते एनालिस्ट्स इसे लेकर पॉजिटिव हैं।
डाउनग्रेड की बात करें तो सालाना आधार पर अगस्त में टेक स्टॉक एनालिस्टों को रास नहीं आए। एचसीएल (HCL), टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और टेक महिंद्रा को खरीदने की कॉल में 17 फीसदी की गिरावट रही और यह 26.7 फीसदी पर आ गया। टेक स्टॉक के बाद इंफ्रा आधारित और एनर्जी स्टॉक्स की भी इस सूची में उपस्थिति रही। इस सूची में सबसे ऊपर जेएसडब्ल्यू सबसे ऊपर रही और पिछले साल ले मुकाबले इसके डाउनग्रेड में 32 फीसदी की बढ़ोतरी रही और इसे खरीदने की कॉल इस अवधि में 18 से गिरकर 8 पर आ गई। वैश्विक सुस्ती के चलते मांग में सुधार की फीकी संभावना के चलते ब्रोकरेज का रूझान स्टील सेक्टर को लेकर बियरिश है। इसके अलावा कमोडिटी पर एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाए जाने और चीन के स्टील मिल्स में उत्पादन फिर से पटरी पर आने के चलते भी सेंटिमेंट डाउन हुआ है।
तिमाही आधार पर बात करें तो डाउनग्रेड में सबसे अधिक तेजी ब्रिटानिया (Britannia) में रही और तीन महीने में इसे खरीदने की कॉल 26 से गिरकर 20 पर आ गई। कच्चे माल जैसे कि गेहूं और पॉम तेल के भाव में उछाल के चलते कंपनी के मार्जिन पर दबाव रहा जिसके चलते ब्रिटानिया की रेटिंग डाउन हुई। मैक्वायर (Macquarie) ने इसकी नेचुरल कॉल को बरकरार रखा है और कहा कि कंपनी बढ़ी हुई लागत का असर कम करने के लिए भाव बढ़ाना चाहती है लेकिन इससे इसका मार्केट शेयर कम हो सकता है।
इस सूची में ब्रिटानिया के बाद बजाज ऑटो है जिसकी होल्ड कॉल्स तिमाही आधार पर अगस्त के आखिरी में 10 से 15 पर पहुंच गया और सेल कॉल्स 4 से बढ़कर 7 हो गया। एनालिस्ट्स इसके एक्सपोर्ट बिजनेस को लेकर चिंतित हैं। वहीं नीतिगत अनिश्चितता के चलते एनालिस्ट्स ने ओएनजीसी की होल्ड कॉल्स को तिमाही आधार पर 2 से 7 कर दिया और इस बीच खरीदने की कॉल को 23 से घटाकर 19 कर दिया। सरकार ने इस साल घरेलू स्तर पर उत्पादित क्रूड और तेल के निर्यात पर जुलाई में विंडफाल टैक्स का ऐलान किया था। इसके चलते ओएनजीसी के शेयरों पर असर दिखा।
(डिस्क्लेमर: यहां दिए गए निवेश टिप्स एक्सपर्ट्स के अपने निजी विचार हैं और मनीकंट्रोल की वेबसाइट या मैनेजमेंट इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है। शेयरों में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है, इसलिए निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर संपर्क करें।)
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