फेसबुक (Facebook), वाट्सऐप (WhatsApp) और इंस्टाग्राम (Instagram) की पैरेंट कंपनी मेटा (Meta) के शेयर बुधवार को करीब 16 फीसदी टूट गए। इसके शेयरों में यह गिरावट अनुमान से हल्के रेवेन्यू और एआई पर अधिक खर्च के अनुमान के चलते आई। शेयरों की भारी गिरावट के चलते इसके मार्केट कैप से 20 हजार करोड़ डॉलर साफ हो गए और यह 1 लाख करोड़ डॉलर तक आ गया। उम्मीद से बेहतर नतीजे के बावजूद इसके शेयरों में बिकवाली का दबाव आया। कंपनी ने कहा कि एआई पर भारी निवेश के चलते इस साल खर्च अनुमान से अधिक रहेगा जिसने शेयरों पर दबाव बनाया।
AI पर कितना खर्च करेगी Meta
मेटा का कहना है कि वह एआई (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) पर इस साल 3500-4000 करोड़ डॉलर खर्च करेगी। पहले कंपनी का अनुमान 3000-3700 करोड़ डॉलर का था। एक तरह से कंपनी एआई (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) पर भारी-भरकम खर्च कर रही है और इसी के चलते शेयरों पर दबाव बना। कंपनी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर चैट असिस्टेंट समेत कई AI फीचर्स उपलब्ध करवा रही है।
मार्च 2024 तिमाही में कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर दोगुने से अधिक उछलकर 571 करोड़ डॉलर से 1237 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया यानी प्रति शेयर 2.20 डॉलर से उछलकर यह 4.71 डॉलर पर पहुंच गया। इस दौरान मेटा का रेवेन्यू भी 27 फीसदी उछलकर 3646 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया। वहीं एनालिस्ट्स का अनुमान 3614 करोड़ डॉलर के रेवेन्यू पर प्रति शेयर 4.32 डॉलर की कमाई का अनुमान था। मेटा के बिजनेस का अधिकतर हिस्सा ऐड रेवेन्यू है और मार्च 2024 तिमाही में सालाना आधार पर यह 27 फीसदी उछलकर 3564 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया। हायरिंग को लेकर बात करें तो पिछले साल की पहली छमाही में कंपनी ने 21 हजार नौकरियों में कटौती की थी और अब मार्क जुकरबर्ग का कहना है कि पहले की तुलना में हायरिंग अब थोड़ी सुस्त होगी। मार्च 2024 तिमाही में एंप्लॉयीज की संख्या 10 फीसदी गिरकर 69,329 रह गई है।