अदाणी ग्रुप के बाद अमेरिकी शॉर्ट-सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने अब ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोरसी (Jack Dorsey) की कंपनी को निशाना बनाया है। हिंडनबर्ग ने गुरुवार 23 मार्च को जारी एक रिपोर्ट में आरोप लगाया कि जैक डोरसी की पेमेंट फर्म ब्लॉक इंक (Block Inc) ने अपने यूजर्स की संख्या बढ़ा-चढ़ाकर दिखाई है। साथ ही कंपनी ने नए ग्राहकों को जोड़ने की लागत को काफी कम करके बताया है। हिंडनबर्ग ने कहा कि उसने ब्लॉक इंक के शेयरों में शॉर्ट-पोजिशन ली है, यानी उसने इसके शेयरों में गिरावट आने पर दांव लगाया है।
हिंडनबर्ग ने अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित एक नोट में कहा है, "हमने करीब 2 सालों की पड़ताल के बाद यह पाया है कि ब्लॉक इंक ने सिस्टमैटिक रूप से उस डेमोग्राफिक्स का लाभ उठाया है, जिसकी मदद करने का वह दावा करती है।" हिंडनबर्ग की इस रिपोर्ट के आने के कुछ ही देर बाद ब्लॉक इंक के शेयर 13% गिर गए।
अदाणी ग्रुप पर जनवरी में जारी की थी रिपोर्ट
बता दें कि हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने बीते 24 जनवरी को अदाणी ग्रुप (Adani Group) पर एक रिपोर्ट पेश की थी। इस रिपोर्ट ने अदाणी ग्रुप के कंपनियों की चाल ही बिगाड़ दी। इनमें रिकवरी तो हुई है लेकिन अभी भी किसी कंपनी के शेयर पुराने लेवल पर नहीं पहुंच पाए हैं।
हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में अदाणी ग्रुप की कंपनियों पर स्टॉक मैनिपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड का आरोप लगाया गया था। हालांकि अदाणी ग्रुप ने इन सभी आरोपों से इनकार किया था और ग्रुप ने इसे भारत, इसकी संस्खथाओं और ग्रोथ स्टोर पर सोचा-समझा हमला कहा था। ग्रुप ने दावा किया कि हिंडनबर्ग ने सिर्फ मुनाफा कमाने के लिए झूठ का बाजार खड़े करने की कोशिश की। हालांकि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने अदाणी ग्रुप को तगड़ा झटका दिया और अदाणी ग्रुप की कंपनियों का 15 हजार करोड़ डॉलर से अधिक मार्केट कैप साफ हो चुका है।