भारत का व्यापार घाटा (Trade deficit) जून में बढ़कर 25.6 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो पिछले साल के इसी महीने से करीब 62 फीसदी अधिक है। व्यापार घाटे में बढ़ोतरी के पीछे मुख्य वजह ग्लोबल लेवल पर कमोडिटी की कीमतों में आई उछाल है, जिसके चलते एनर्जी और मेटल जैसी इंपोर्ट होने वाली अहम वस्तुओं की कीमतें ऊंचे स्तर पर बनी हुई है।