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Trade deficit: जून में देश का व्यापार घाटा 62% बढ़कर 25.6 अरब डॉलर पर पहुंचा, एक्सपोर्ट्स में 16.8% की तेजी

व्यापार घाटे में बढ़ोतरी के पीछे मुख्य वजह ग्लोबल लेवल पर कमोडिटी की कीमतों में आई उछाल है, जिसके चलते पेट्रोलियम और मेटल की कीमतें ऊंचे स्तर पर बनी हुई है

MoneyControl Newsअपडेटेड Jul 04, 2022 पर 9:30 PM
Trade deficit: जून में देश का व्यापार घाटा 62% बढ़कर 25.6 अरब डॉलर पर पहुंचा, एक्सपोर्ट्स में 16.8% की तेजी
Trade deficit: जून में देश का एक्सपोर्ट्स 16.8 फीसदी बढ़कर 37.9 अरब डॉलर रहा है

भारत का व्यापार घाटा (Trade deficit) जून में बढ़कर 25.6 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो पिछले साल के इसी महीने से करीब 62 फीसदी अधिक है। व्यापार घाटे में बढ़ोतरी के पीछे मुख्य वजह ग्लोबल लेवल पर कमोडिटी की कीमतों में आई उछाल है, जिसके चलते एनर्जी और मेटल जैसी इंपोर्ट होने वाली अहम वस्तुओं की कीमतें ऊंचे स्तर पर बनी हुई है।

कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्ट्री की तरफ से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक जून में देश का एक्सपोर्ट्स 16.8 फीसदी बढ़कर 37.9 अरब डॉलर रहा है। हालांकि इसी दौरान भारत के इंपोर्ट में भी करीब 51 फीसदी की उछाल आई है और 63.5 अरब डॉलर रहा। इस तरह 25.6 अरब डॉलर का व्यापार घाटा (कुल इंपोर्ट और कुल एक्सपोर्ट के बीच का अंतर) रहा। एक अधिकारी ने बताया कि व्यापार घाटे में बढ़ोतरी सरकार के लिए एक चिंता का विषय हो सकती है।

देश का व्यापार घाटा पिछले कुछ महीनों से लगातार बढ़ रहा है। अप्रैल में देश का व्यापार घाटा 20.4 अरब डॉलर रहा, जो मई में बढ़कर 23.3 अरब डॉलर पर पहुंच गया और अब यह जून में 25.6 अरब डॉलर हो गया है।

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