अनिश्चित मांग के माहौल के बीच भारत की टॉप 3 आईटी कंपनियों ने वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही अक्टूबर-दिसंबर में कुल मिलाकर 16,254 कर्मचारियों की कमी की सूचना दी है। आईटी कंपनियों ने कहा कि वे पहले से रिक्रूट किए गए कर्मचारियों को बड़ी संख्या में डिप्लॉय कर रहे हैं, जिससे तीसरी तिमाही में यूटिलाइजेशन रेट में वृद्धि होगी। हालांकि इस बीच HCL Tech एकमात्र ऐसी कंपनी रही, जिसने तिमाही के दौरान 3818 कर्मचारियों की वृद्धि दर्ज की। कर्मचारियों की घटती संख्या को लेकर कंपनियों के एचआर हेड्स का कहना है कि वे पहले मौजूदा कार्यबल को यूटिलाइज करेंगे। अगर मांग में तेजी आएगी तो नियुक्तियां फिर से शुरू की जाएंगी।
देश की टॉप 4 आईटी कंपनियों ने दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर में वर्कफोर्स में 21213 की गिरावट दर्ज की थी। तीसरी तिमाही में कर्मचारियों की संख्या में सबसे ज्यादा कमी इंफोसिस (Infosys) में देखी गई, जो 6101 की गिरावट के साथ 3,22,663 कर्मचारियों पर आ गई। इसके बाद नंबर रहा भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी TCS (Tata Consultancy Services) का। TCS में कर्मचारियों की संख्या 5680 की गिरावट के साथ 603,305 रह गई। आईटी कंपनी व्रिपो (Wipro) में तीसरी तिमाही में कर्मचारियों की संख्या 4,473 घटकर 240,234 पर आ गई।
इस बीच एचसीएलटेक के कर्मचारियों की संख्या में तीसरी तिमाही में वृद्धि हुई है। दिसंबर तिमाही में कंपनी में नए जोड़े गए लोगों की संख्या 3,818 रही, जो पिछली तिमाही के 3,630 से अधिक है। अब कंपनी में कुल 224,756 कर्मचारी हैं।
Tata Consultancy Services ने शुरू की कैंपस हायरिंग
दिसंबर तिमाही के नतीजों की घोषणा के बाद TCS के चीफ एचआर ऑफिसर मिलिंद लक्कड़ ने कहा कि कंपनी ने पिछले कुछ वर्षों में महत्वपूर्ण निवेश किया है। कंपनी आज भी उस निवेश का लाभ उठाना जारी रख रही है। अधिक नियुक्तियों की जरूरत नहीं है। हालांकि उसने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अपनी कैंपस हायरिंग प्रक्रिया शुरू कर दी है। लक्कड़ के मुताबिक, 'हम कॉलेज कैंपस से भर्ती करने और टैलेंट को व्यवस्थित रूप से ग्रो कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमने अगले साल के लिए अपनी कैंपस हायरिंग प्रक्रिया शुरू कर दी है और टीसीएस में शामिल होने के लिए नए लोगों के बीच जबरदस्त उत्साह देखा है।'
Infosys के निवर्तमान मुख्य वित्तीय अधिकारी नीलांजन रॉय ने कहा कि कंपनी के पास उपयोग के स्तर को बढ़ाने के लिए काफी गुंजाइश है, जिसका अर्थ है कि कंपनी को वर्तमान में नियुक्तियों की जरूरत नहीं है। रॉय ने कहा कि यूटिलाइजेशन के स्तर के लिए इंफोसिस की कंफर्ट रेंज 84-85 प्रतिशत के बीच है। कंपनी शॉर्ट नोटिस पर अधिक ट्रेनी को लेकर कर्मचारियों की तैनाती बढ़ा सकती है। रॉय ने कहा कि इंफोसिस कैंपस हायरिंग भी नहीं करेगी।
विप्रो के चीफ एचआर ऑफिसर सौरभ गोविल ने कहा, "हमारा मानना है कि हमारे पास बढ़ने की पर्याप्त क्षमता है, और जब भी मांग आएगी, हम कर्मचारियों की संख्या बढ़ाना जारी रखेंगे। अब भी हम कुछ कौशलों, विशिष्ट प्रौद्योगिकी के लिए लोगों को नियुक्त करना जारी रखे हुए हैं।"