सॉफ्टबैंक (Softbank) के निवेश वाली भारतीय होटल एग्रीगेटर ओयो होटल्स एंड होम्स प्राइवेट लिमिटेड (Oyo Hotels and Homes Pvt Ltd) के शुद्ध घाटे में मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान कमी आई है। कंपनी ने शनिवार 26 नवंबर को जारी एक बयान में बताया कि सितंबर तिमाही में उसका शुद्ध घाटा 333 करोड़ रुपये (करीब 40.77 अरब डॉलर) रहा, जो इसकी ठीक पिछली तिमाही में 414 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी ने मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास जमा नए फाइनेंशियल पेपर्स में ये जानकारी दी है।
OYO के घाटे में यह कमी ऐसे समय में आई है, जब कंपनी शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने के लिए अपना इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) लाने की तैयारी कर रही है। OYO ने बताया कि उसका एडजस्टेड EBITDA (अर्निंग बिफोर इंटरेस्ट, टैक्स, डेप्रिशिएसन और एमॉर्टाइजेशन) सितंबर तिमाही में 56 करोड़ रुपये रहा, जो इसकी ठीक पिछली तिमाही में 7 करोड़ रुपये रहा था।
OYO का रेवेन्यू पहली छमाही में 24% बढ़ा
अगले साल IPO लाना चाहती है Oyo
बता दें कि ओयो होटल्स (Oyo Hotels IPO) 2023 की शुरुआत में अपना आईपीओ लाने के लिए तैयारी में जुटी है। कंपनी ने सितंबर महीने में सेबी के पास नए फाइनेंशियल पेपर दाखिल किए थे। इससे पहले, इस साल की शुरुआत में कंपनी को अपना आईपीओ स्थगित करना पड़ा था क्योंकि COVID 19 की वजह से तमाम प्रतिबंध लगे थे।
इस बीच अक्टूबर में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक निजी मार्केट में Oyo का वैल्यूशन गिरकर 650 करोड़ डॉलर रह गया है। पिछले कारोबार हफ्ते में प्राइवेट मार्केट में कंपनी के करीब 12.3 लाख शेयरों की बिक्री हुई जबकि इससे पहले के हफ्ते में 1.6 लाख से अधिक शेयर बिके थे। Oyo के शेयरों में यह बिकवाली सॉफ्टबैंक की एक रिपोर्ट के चलते हो रही है। यह ओयो में सबसे बड़ा निवेशक है। सूत्रों के मुताबिक सॉफ्टबैंक ने अपने बहीखाते में ओयो का वैल्यूशन 20 फीसदी घटाकर 270 करोड़ डॉलर कर दिया है।