टाटा मोटर्स के मालिकाना हक वाली लग्जरी व्हीकल कंपनी जगुआर लैंड रोवर (JLR) ब्रिटेन में सैकड़ों मैनेजीरियल रोल्स में कटौती करने जा रही है। कंपनी ऐसा एक वॉलंटरी रिटायरमेंट प्रोग्राम के तहत कर रही है। JLR ने कहा कि यह कदम लीडरशिप रोल वाली वर्कफोर्स को बिजनेस की मौजूदा और भविष्य की जरूरत के अनुरूप बनाने के मकसद से उठाया गया है। कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह छंटनी नियमित समय पर होने वाली वॉलंटरी रिटायरमेंट स्कीम की प्रक्रिया का हिस्सा है।
कंपनी रेगुलर बेसिस पर पात्र कर्मचारियों को इस स्कीम की पेशकश करती है। जॉब कट में केवल मैनेजीरियल लेवल के कर्मचारी ही शामिल होंगे। JLR के इस कदम से लगभग 500 नौकरियां प्रभावित हो सकती हैं। जगुआर लैंड रोवर यह छंटनी ऐसे वक्त पर कर रही है, जब कंपनी अमेरिका के हाई टैरिफ के असर के साथ-साथ वैश्विक मांग में नरमी जैसी चुनौतियों से जूझ रही है।
ब्रिटेन की कारों पर अब अमेरिका में 10 प्रतिशत टैरिफ
हाल ही में ब्रिटेन और अमेरिका के बीच हुए व्यापार समझौते के बाद अमेरिका में ब्रिटेन में बनी कारों पर टैरिफ को 25 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया गया है। व्यापार समझौते की शर्तों के अनुसार, अमेरिका को ब्रिटेन से कारों का सालाना निर्यात 1,00,000 मॉडल तक सीमित रखा गया है। इस लिमिट के क्रॉस होने पर ब्रिटेन की कारों पर हाई टैरिफ रेट लागू होगी। अप्रैल-जून 2025 तिमाही में JLR की बिक्री को झटका लगा। 25 प्रतिशत के हाई टैरिफ के चलते इस तिमाही के दौरान कंपनी का अमेरिका को शिपमेंट रुका हुआ था।
कंप्लीट रीलॉन्च की तैयारी में JLR
JLR एक कंप्लीट रीलॉन्च की तैयारी में है। यह अगले साल हो सकता है। इसके चलते कंपनी ने ज्यादातर जगुआर मॉडल्स का उत्पादन बंद कर दिया है। कंपनी ने गुरुवार को खुलासा किया कि वह स्मार्ट इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) के लिए चार्जिंग सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म ev.energy के साथ कोलैबोरेट कर रही है। JLR ने कहा कि वह 10 इलेक्ट्रिक जगुआर I-PACE मॉडलों का इस्तेमाल करके ev.energy के सॉफ्टवेयर के इंटीग्रेशन को टेस्ट करने के लिए यूके में एक पायलट चला रही है।