Credit Cards

Jet Airways के विमान फिर भरेंगे उड़ान, DGCA ने साफ किया रास्ता

Jet Airways News: घरेलू विमान कंपनी जेट एयरवेज (Jet Airways) एक बार फिर आसमान में दिख सकती है। एविएशन रेगुलेटर DGCA (डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन ने इसे फिर उड़ान भरने की मंजूरी दे दी है। जानिए अब इसे संभालने का जिम्मा जिस कंसोर्टियम को मिला है, उसके लिए आगे क्या है और जेट एयरवेज की दिक्कतें क्या हैं

अपडेटेड Jul 31, 2023 पर 11:30 AM
Story continues below Advertisement
Jet Airways की विमान सेवाएं 1993 में शुरू हुई थी। हालांकि फिर करीब 26 साल तक सर्विसेज देने के बाद इसकी वित्तीय सेहत बिगड़ी और 17 अप्रैल 2019 को बंद हो गई।

Jet Airways News: घरेलू विमान कंपनी जेट एयरवेज (Jet Airways) एक बार फिर आसमान में दिख सकती है। एविएशन रेगुलेटर DGCA (डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन ने इसके एयरपोर्ट ऑपरेटर सर्टिफिकेट (AOC) को रिन्यू कर दिया है यानी कि अब एक बार फिर इसके विमान उड़ान भर सकेंगे। जेट एयरवेज को मिली इस मंजूरी के बारे में जालान-कालरॉक कंसोर्टियम (Jalan-Kalrock Consortium) ने दी। यह कंसोर्टियम जेट एयरवेज की विमान सेवाओं को दोबारा से शुरू करने के लिए लगातार कोशिशें कर रही है। बता दें कि खराब वित्तीय स्थिति के चलते जेट एयरवेज की विमान सेवाएं करीब चार साल पहले 2019 में बंद हो गई थी।

Jet Airways के पूर्व प्रमोटर नरेश गोयल की बढ़ीं मुश्किलें, ED ने दर्ज किया मनी लॉन्ड्रिंग का नया केस

अब आगे क्या?

जेट एयरवेज को अभी विमान सेवाएं शुरू करने की मंजूरी मिली है। जालाना-कालरॉक कंसोर्टियम ने इस पर खुशी जताते हुए डीजीसीए, मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन और सभी स्टेकहोल्डर्स को धन्यवाद कहा है। अब इसकी योजना एक ऐसी स्ट्रैटजी बनाने की है ताकि एक बार जेट एयरवेज सफल हो सके। इसके लिए कंसोर्टियम सभी जरूरी अथॉरिटीड, इंडस्ट्री पार्टनर्स औ स्टेकहोल्डर्स के साथ मिलकर काम कर रही है।

Jet Airways को बेचकर की जाए वसूली, रिजॉल्यूशन प्लान नहीं कर रहा काम: सुप्रीम कोर्ट में बोले लेनदार


26 साल सर्विसेज देने के बाद बिगड़ी Jet Airways की सेहत

जेट एयरवेज की विमान सेवाएं 1993 में शुरू हुई थी। हालांकि फिर करीब 26 साल तक सर्विसेज देने के बाद इसकी वित्तीय सेहत बिगड़ी और 17 अप्रैल 2019 को बंद हो गई। इसकी उड़ानें देश में 65 से अधिक स्थानों और भारत के बाहर 124 स्थानों के लिए होती थीं। वित्तीय सेहत बिगड़ने के बाद एनसीएलटी ने इसे दोबारा शुरू करने के लिए जालान-कालरॉक कंसोर्टियम को जिम्मा सौंपा। हालांकि एक बार फिर जेट एयरवेज की हवाई पट्टी पर लौटने की कोशिशों को झटका लगा जब लेनदारों ने सुप्रीमकोर्ट में 10 जुलाई को कहा कि एनसीएलटी का रिजॉल्यूशन प्लान काम नहीं कर रहा है

Jet Airways के नए अकाउंटेबल मैनेजर बने जतिंदरसिंह ढिल्लों, जालान-कालरॉक कंसोर्टियम ने किया नियुक्त

लेनदारों ने कहा कि कंसोर्टियम ने अभी तक इसमें एक पैसा नहीं लगाया है तो इसकी संपत्तियों को बेचने की इजाजत दी जाए। जेट एयरवेज पर एसबीआई, पीएनबी, आईडीबीआई, केनरा बैंक और आईसीआईसीआई बैंक समेत अन्य वित्तीय संस्थाओं का करीब 8 हजार करोड़ रुपये बकाया है। हालांकि कंसोर्टियम इस दिशा में आगे बढ़ रहा है कुछ दिन पहले जतिंदरपाल सिंह ढिल्लों को इसका नया अकाउंटेबल मैनेजर नियुक्त किया। अब आज इसे डीजीसीए से फिर से उड़ान भरने की मंजूरी मिल गई।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।