LinkedIn Layoff: माइक्रोसॉफ्ट के स्वामित्व वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिंक्डइन (LinkedIn) में छंटनी होने जा रही है। कंपनी ने सोमवार को एक बयान में बताया कि वह कुल 668 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने जा रही है। इसमें इंजीनियरिंग से लेकर टैलेंट और फाइनेंस टीम में काम करने वाले कर्मचारी शामिल हैं। इस साल यह दूसरी बार है, जब लिंक्डइन अपने कर्मचारियों की छंटनी कर रही है। प्रोफेशनल्स के बीच लोकप्रिय यह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इन दिनों में रेवेन्यू ग्रोथ में सुस्ती का सामना कर रहा है। कंपनी में कुल करीब 20,000 कर्मचारी हैं और इस छंटनी की चपेट में 3% से ज्यादा कर्मचारी आने वाली है।
इससे पहले मई में लिंक्डइन ने 716 लोगों को नौकरी से निकाला था। उस वक्त अधिकतर छंटनी सेल्स, ऑपरेशंस और सपोर्ट टीम से हुई थी। सिर्फ लिंक्डइन ही नहीं, बल्कि पूरे टेक्नोलॉजी सेक्टर के कर्मचारियों के लिए यह साल काफी बुरा रहा है। अनिश्चित आर्थिक माहौल के बीच टेक कंपनियों ने इस साल हजारों-लाखों की संख्या में लोगों की छंटनी की है।
एंप्लॉयमेंट फर्म "चैलेंजर ग्रे एंड क्रिस्मस" की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टेक्नोलॉजी सेक्टर में सिर्फ इस साल की पहली छमाही में करीब 1,41,516 कर्मचारियों की नौकरी गई है। जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह आंकड़ा 6,000 लोगों को था।
लिंक्डइन की मुख्य कमाई विज्ञापनों और सब्सक्रिप्शन से आती है। यह इसके प्लेटफॉर्म के जरिए प्रोफेशनल्स को हायर करने की तलाश कर रहे कंपनियों से रिक्रूटिंग के विज्ञापन लेती हैं। साथ ही इसके प्लेटफॉर्म से नौकरी की तलाश कर रहे प्रोफेशनल्स को सब्सक्रिप्शन प्लान बेचती है।
वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में, लिंक्डइन का रेवेन्यू सालाना आधार पर 5% बढ़ा, जबकि इसकी पिछली तिमाही में यह 10% की दर से बढ़ा था। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि हायरिंग में मंदी के साथ-साथ विज्ञापन खर्च में गिरावट से लिंक्डइन के रेवेन्यू पर असर पड़ा है। हालांकि इस बीच प्लेटफॉर्म पर नए यूजर्स की संख्या बढ़ी है और इसके कुल यूजर्स करीब 95 करोड़ हो गए हैं।