Made in India iPhone Sales in US: अमेरिकी टैरिफ के साए में एपल भारत की तरफ झुकती जा रही है। वित्त वर्ष 2025 (अक्टूबर-सितंबर) की दूसरी तिमाही जनवरी-मार्च के कारोबारी नतीजे के बाद सीएनबीसी से बातचीत में एपल (Apple) के सीईओ टिम कुक (Tim Cook) ने खुद इसका खुलासा किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका में बिकने वाले अधिक आईफोन की कंट्री ऑफ ओरिजिन भारत होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की टैरिफ पॉलिसी के चलते यह अपने सप्लाई चेन को चीन से दूर ले जा रही है। एपल की बदली हुई पॉलिसी में अब सिर्फ स्थानीय बिक्री के लिए ही नहीं बल्कि कंपनी की वैश्विक सप्लाई चेन में भी भारत की स्थिति मजबूत हुई है।
Trump Tariff से कैसे बदली Apple की पॉलिसी?
एपल के सीईओ ने उम्मीद जताई है कि अमेरिका में बिकने वाले अधिकतर आईफोन भारत में बने होंगे। वहीं बाकी प्रोडक्ट्स की बात करें तो अमेरिका में बिकने वाले अधिकतर आईपैड, मैकबुक, एपल वॉच और एयरपॉड्स का प्रोडक्शन वियतनाम में होगा। इन दोनों देशों पर अभी 10 फीसदी अमेरिकी टैरिफ है जबकि चीन से अमेरिका में आयात पर 145 फीसदी टैरिफ है। चीन से आने वाले एपलकेयर सर्विसेज और एक्सेसरीज पर अभी भी 145 फीसदी की दर से टैरिफ लगेगा।
कैसी रही iPhone कंपनी के लिए मार्च तिमाही?
मार्च तिमाही में एपल का रेवेन्यू सालाना आधार पर 9075 करोड़ डॉलर से 5.12 फीसदी उछलकर 9540 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया। अब आगे की बात करें तो टैरिफ के चलते एपल ने इस तिमाही करीब 90 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त लागत का अनुमान लगाया है। सीईओ टिम कुक का कहना है कि जून के बाद का अनुमान लगाना बहुत मुश्किल है। उन्होंने संकेत दिया कि टैरिफ की स्थिति अस्थिर बनी हुई है।