Nokia News: फिनलैंड की टेलीकॉम इक्विपमेंट बनाने वाली कंपनी नोकिया (Nokia) का भारतीय कारोबार तेजी से सिकुड़ रहा है। दिसंबर 2023 तिमाही में भारत में इसकी नेट सेल्स सालाना आधार पर 33 फीसदी गिरकर 37.9 करोड़ यूरो (3150.76 करोड़ रुपये) पर आ गई। इसकी अहम वजह ये है कि भारतीय टेलीकॉम ऑपरेटर ने 5जी को लेकर अपनी रफ्तार सुस्त कर दी जिसके चलते नोकिया की सेल्स तेजी से धड़ाम हो गई। ऑप्टिकल नेटवर्क और फिक्स्ड नेटवर्क दोनों के नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर में गिरावट ने इसके सेल्स को झटका दिया। हालांकि पूरे साल 2023 की बात करें तो नेट सेल्स 2022 में 129 करोड़ यूरो से 120 फीसदी बढ़कर 280 करोड़ यूरो पर पहुंच गया। नोकिया का वित्त वर्ष जनवरी-दिसंबर है।
Nokia में अब आगे क्या है रुझान
नोकिया के सीईओ और प्रेसिडेंट पेक्का लुंदमार्क (Pekka Lundmark) का कहना है कि 2023 की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियां इस साल 2024 में खासतौर से जनवरी-मार्च 2023 में भी जारी रहेगी। कंपनी का अनुमान है कि ग्रॉस मार्जिन में सुधार हो सकता है और फिर दूसरी छमाही यानी जुलाई-दिसंबर 2023 में लागत बचाने की पहल की और अधिक फायदा होगा। नोकिया के सीईओ का कहना है कि नेटवर्क इंफ्रा के ऑर्डर इनटेक में सुधार दिख रहा है और इसने कुछ डील हासिल भी कर लिए हैं।
इस साल की दूसरी छमाही में नेटवर्क इंफ्रा के नेट सेल्स में मजबूत सुधार की उम्मीद है जो पहली छमाही की चुनौतियों के बावजूद पूरे साल की ग्रोथ को मजबूत सपोर्ट करेगा। इस साल 2024 में ऑपरेटिंग प्रॉफिट 230 करोड़-290 करोड़ यूरो पर पहुंचने की उम्मीद है। नोकिया का ऑपरेटिंग प्रॉफिट दिसंबर तिमाही में 27 फीसदी गिर गया। इसका EBITDA सालाना आधार पर 115 करोड़ यूरो से गिरकर 84.6 करोड़ यूरो पर आ गया।
Ericsson की ऐसी रही कारोबारी स्थिति
स्वीडिश टेलीकॉम कंपनी एरिक्शन ने 23 जनवरी को कहा था कि भारत में इसकी बिक्री तिमाही आधार पर अक्टूबर-दिसंबर 2023 में करीब 40 फीसदी गिर गई। इसमें यह गिरावट दमदार रोलआउट के बाद निवेश के सामान्य लेवल पर पहुंचने के चलते है। हालांकि एरिक्सन की बिक्री 5जी कॉन्ट्रैक्ट्स के चलते सालाना आधार पर 14 फीसदी बढ़ गई। एरिक्सन का कहना है कि भारत में कैपिटल एक्सपेंडिचर में कटौती का अनुमान इस साल 2024 से शुरू होना था लेकिन यह अनुमान से पहले ही शुरू हो गया।