Rakesh Jhunjhunwala to Cyrus Mistry : भारतीय उद्योग जगत के लिए यह साल उथल-पुथल से भरा रहा। महामारी से लेकर रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) के बाद सप्लाई से जुड़े कई झटके लगे। कई अरबपतियों के अचानक निधन ने भी इंडस्ट्री को झकझोर दिया। इस लिस्ट में “बिग बुल” से चर्चित राकेश झुनझनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) और टाटा संस (Tata Sons) के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री (Cyrus Mistry) सहित 11 अरबपतियों के नाम शामिल हैं। इनमें साइरस मिस्त्री की एक सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई तो कई के निधन की वजह उनकी बढ़ती उम्र या बीमारियां बनीं।
अक्सर भारत के वॉरेन बफे कहे जाने वाले राकेश झुनझवाला का निधन 14 अगस्त को हो गया। देश के सबसे अमीर लोगों में से एक झुनझुनवाला ने कुछ समय पहले ही एयरलाइन Akasa Air लॉन्च की थी। उनकी मौत के बाद उनके निवेश वाली कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखने को मिली।
महाराष्ट्र के पालघर में 4 दिसंबर को एक कार एक्सीडेंट में मिस्त्री की मौत हो गई थी। 54 वर्षीय मिस्त्री गुजरात के उदवड़ा से मुंबई आ रहे थे। उनकी अचानक मृत्यु शापूरजी पालोनजी ग्रुप (Shapoorji Pallonji (SP) Group) के भविष्य के लिए बड़ा झटका रही।
साइरस के निधन से कुछ महीने पहले ही 28 जून को पालोनजी मिस्त्री की मृत्यु हो गई थी। वह भारत के सबसे धनी कारोबारी समूहों में से एक के चेयरमैन थे। SP Group 18.37 फीसदी होल्डिंग के साथ टाटा ग्रुप का सबसे बड़ा शेयरहोल्डर था।
टाटा स्टील के पूर्व एमडी जेजे ईरानी की नवंबर में 86 वर्ष की उम्र में मृत्यु हो गई। स्टील मैन ऑफ इंडिया कहे जाने वाले ईरानी ने टाटा स्टील को लो कॉस्ट, हाई क्वालिटी स्टील प्रोड्यूसर बनाने पर खासा जोर दिया।
बजाज ग्रुप के चेयरमैन के रूप में चार दशकों तक सेवाएं देने वाले राहुल बजाज का 12 फरवरी को निधन हो गया था। उनके कार्यकाल के दौरान कंपनी का टर्नओवर 7.2 करोड़ रुपये से बढ़कर 12,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। वह दुनिया के टॉप 500 अरबपतियों में से एक थे।
टोयोटा किर्लोस्कर के वाइस प्रेसिडेंट विक्रम किर्लोस्कर के 30 नवंबर को निधन से ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को एक और बड़ा झटका रहा। 1990 के दशक के अंत में जापान की टोयोटा मोटर कॉर्प को भारत लाने में उनकी अहम भूमिका रही।
कोलकाता बेस्ड पीयरलेस ग्रुप के एमडी एसके रॉय की 78 वर्ष की उम्र में 9 मई को मृत्यु हो गई। उनके बिजनेस में रियल एस्टेट, हेल्थकेयर, हॉस्पिटैलिटी और फाइनेंशियल सर्विसेज शामिल थीं।
सुजलॉन एनर्जी के फाउंडर तुलसी तांती भारत में रिन्युएबिल एनर्जी की शुरुआत करने वाले शुरुआती लोगों में से एक थे। उन्होंने 1 अक्टूबर को निधन से कुछ समय पहले ही मुश्किल हालात में सुजलॉन एनर्जी के कर्ज की रिस्ट्रक्चरिंग की थी।
एक्सपोर्ट केंद्रित न्यूट्रस्युटिकल्स कंपनी Sami-Sabinsa के सीईओ वीजी नायर का 6 जुलाई को निधन हो गया। नायर ने Sabinsa की टिकाऊ सप्लाई चेन, मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट में अहम भूमिका निभाई।
पैनेशिया बायोटेक के फाउंडर सुशील कुमार जैन 7 अक्टूबर को 89 वर्ष की उम्र में गुजर गए। Panacea Biotec भारत की वैक्सीन बनाने वाली अग्रणी कंपनी है।
रसना ग्रुप के फाउंडर और चेयरमैन Areez Khambatta की 85 वर्ष की उम्र में 19 नवंबर को मृत्यु हो गई। उनकी अगुआई में रसना ने कोका-कोला, पेप्सी जैसी कंपनियों को तगड़ी टक्कर दी।