RBI Policy Meet Highlights: रेपो रेट, वह दर है जिस पर कमर्शियल बैंक अपनी तात्कालिक जरूरतों को पूरा करने के लिये केंद्रीय बैंक से कर्ज लेते हैं। RBI, महंगाई को काबू में रखने के लिये इस दर का इस्तेमाल करता है। रेपो रेट में कमी का मतलब है कि मकान, गाड़ी समेत विभिन्न कर्जों पर मासिक किस्त यानि EMI में कमी आएगी
RBI MPC Meet Highlights: भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने आखिरकार उम्मीदों को पूरा कर दिया है। MPC ने सर्वसम्मति से रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की कटौती की है। इसके बाद रेपो रेट घटकर 6.25 प्रतिशत पर आ गई है। इससे पहले लगातार 11 बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया था। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने MPC के फैसलों की जानकारी दी।
इससे पहले MPC ने कोविड काल के बीच
RBI MPC Meet Highlights: भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने आखिरकार उम्मीदों को पूरा कर दिया है। MPC ने सर्वसम्मति से रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की कटौती की है। इसके बाद रेपो रेट घटकर 6.25 प्रतिशत पर आ गई है। इससे पहले लगातार 11 बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया था। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने MPC के फैसलों की जानकारी दी।
इससे पहले MPC ने कोविड काल के बीच मई, 2020 में रेपो रेट को 0.40 प्रतिशत घटाकर 4 प्रतिशत किया था। इसके बाद मई 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध को देखते हुए रेपो रेट में बढ़ोतरी का सिलसिला शुरू किया गया और आखिरी बार रेपो रेट में बढ़ोतरी फरवरी, 2023 में की गई। तब से यह 6.5 प्रतिशत पर बरकरार थी। लेकिन अब RBI ने आर्थिक वृद्धि को गति देने के मकसद से रेपो रेट को 0.25 प्रतिशत घटा दिया है।
MPC की मीटिंग 5 फरवरी को शुरू हुई थी और आज, 7 फरवरी को फैसले का दिन था। मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी ने रेपो रेट में कटौती तो की है लेकिन इस पर रुख में बदलाव न करते हुए इसे 'न्यूट्रल' पर ही बरकरार रखा है। दिसंबर की मीटिंग में भी रुख को 'न्यूट्रल' पर बरकरार रखा गया था। रेपो रेट में 5 साल बाद कटौती का तोहफा मिला है।