दिग्गज कारोबारी मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) और सरकारी कंपनी ONGC (ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन) नेचुरल गैस की नीलामी कर रही हैं। ये दोनों नीलामियां अलग-अलग हो रही हैं और इनकी कीमतें ब्रेंट क्रूड तेल से जुड़ी हैं। टेंडर के डॉक्यूमेंट्स के मुताबिक कोयले के भंडार से निकाली गई इन गैसों के लिए रिलायंस ने ओएनजीसी से अधिक कीमत लगाई है। रिलायंस ने मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में एक ब्लॉक से निकलने वाली कोल बेड मीथेन (CBM) के लिए प्रति यूनिट 12.75 डॉलर का न्यूनतम भाव लगाया है। वहीं दूसरी तरफ इसी प्रकार की झारखंड के उत्तरी करनपुरा से निकलने वाली गैस के लिए ओएनजीसी ने 9.35 डॉलर का भाव लगाया है। इसकी यूनिट प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल है।
कितनी गैस के लिए हो रही नीलामी
टेंडर डॉक्यूमेंट्स के मुताबिक रिलायंस ने मध्य प्रदेश के सीबीएम ब्लॉक से निकाली गई नेचुरल गैस को लेकर प्रतिदिन 6.5 लाख स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर के लिए बोलियां मंगाई हैं। यह बोली 1 अप्रैल 2023 से एक साल के लिए मंगाई गई है। बोली लगाने वालों को ब्रेंट क्रूड ऑयल प्राइस के पर्सेंटेज के रूप में वैरिएबल 'वी' (15 फीसदी) में बोली लगाने को कहा गया है। शुरुआती बोली ब्रेंट के 15 फीसदी से शुरू होगी यानी कि मौजूदा 85 डॉलर प्रति बैरल भाव के हिसाब से यह 12.75 डॉलर प्रति मीट्रिक मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट (mmBtu) बैठ रहा है। इसकी ई-बिडिंग 24 फरवरी को होगी।
वहीं दूसरी तरफ ओएनजीसी ने झारखंड के सीबीएम ब्लॉक से निकाली गई नेचुरल गैस को लेकर प्रतिदिन 15 हजार घन मीटर गैस की पेशकश की है। यह बोली तीन साल के लिए होगी। इसमें बिडर्स को ब्रेंड प्राइस के पर्सेंटेज के रूप में प्रीमियम 'पी' कोट करने को कहा गया है। इसका शुरुआती भाव ब्रेंट क्रूड प्राइस के 11 फीसदी पर रखा गया है जो ब्रेंट क्रूड के 85 डॉलर के भाव के हिसाब से 9.35 प्रति एमएमबीटीयू बैठ रहा है। इसकी ई-नीलामी 2 मार्च को होगी। गैस का भाव फ्लोर प्राइस और कोटेड प्रीमियम यानी पी को मिलाकर फिक्स होगा। फ्लोर प्राइस घरेलू गैस के भाव से 1 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू अधिक होगा। अभी घरेलू गैस का भाव 8.57 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू है।
CBM यानी कोल-बेड मीथेन कोयले के भंडार से निकलने वाली नेचुरल गैस का गैर-परंपरागत सोर्स है। कंवेंशनल फील्ड्स से निकलने वाली नेचुरल गैस की कीमत हर छह महीने पर सरकार फिक्स करती लेकिन कोयले के भंडार यानी कोल सीम से निकलने वाली नेचुरल गैस सीबीएम पूरी तरह मार्केट पर आधारित है यानी इसकी कीमत बाजार में तय होती है। सीबीएम का इस्तेमाल प्राकृतिक गैस की तरह ही बिजली बनाने के साथ-साथ खाद, सीमेंट बनाने और स्टील प्लांट्स इत्यादि में कच्चे माल के तौर पर होता है। इसका इस्तेमाल गाड़ियों में सीएनजी और रसोई गैस के तौर पर भी हो सकता है।
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