नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) श्रीराम फाइनेंस (Shriram Finance) चालू वित्त वर्ष 2023-24 के अंत तक लगभग 60,000 करोड़ रुपये उधार ले सकती है। यह संभावना कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ वाईएस चक्रवर्ती ने मनीकंट्रोल के साथ एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में जताई है। उन्होंने कहा कि हमने पहली छमाही अप्रैल-सितंबर में लगभग 50,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। चूंकि डिस्बर्समेंट अधिक होगा, इसलिए हम इस वित्त वर्ष की दूसरी छमाही अक्टूबर-मार्च में लगभग 60,000 करोड़ रुपये जुटा सकते हैं। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर तक श्रीराम फाइनेंस की कुल उधारी 1.65 लाख करोड़ रुपये थी।
इस कुल उधारी में से 25.58 प्रतिशत टर्म लोन से है। इसके बाद 24.68 प्रतिशत सार्वजनिक जमा के माध्यम से, 17.45 प्रतिशत नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर्स के माध्यम से और 15.12 प्रतिशत सिक्योरिटाइजेशन से जुटाया है। चक्रवर्ती ने कहा कि आगे चलकर बॉरोइंग नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर्स, सार्वजनिक जमा और सिक्योरिटाइजेशन सहित विभिन्न उपकरणों के माध्यम से की जाएगी। इस बॉरोइंग में टर्म लोन का प्रमुख योगदान होगा, जिसके बाद एनसीडी और रिटेल डिपॉजिट्स होंगे।
कंपनी की कोई शॉर्ट टर्म जरूरत नहीं
जुलाई-सितंबर 2023 तिमाही में श्रीराम फाइनेंस ने कमर्शियल पेपर्स के माध्यम से उधार में वृद्धि देखी, जो कि चक्रवर्ती के मुताबिक रिफाइनेंस से है। हालांकि कुछ योगदान डॉमेस्टिक फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस से भी रहा। इन्वेस्टर प्रेजेंटेशंस के अनुसार, श्रीराम फाइनेंस ने जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान कमर्शियल पेपर्स के माध्यम से 1,781 करोड़ रुपये जुटाए। चक्रवर्ती का कहना है कि कंपनी को कोई शॉर्ट टर्म जरूरत नहीं है और वह शॉर्ट टर्म धनराशि उधार नहीं लेगी।
जुलाई-सितंबर 2023 तिमाही में श्रीराम फाइनेंस का शुद्ध ब्याज मार्जिन बेहतर होकर 8.93% हो गया, जो एक साल पहले 8.26% पर था। शुद्ध ब्याज मार्जिन, कंपनी को लोन पर हासिल हुई यील्ड और फंड के लिए इसके द्वारा किए गए भुगतान का अंतर होता है। शुद्ध ब्याज मार्जिन में सुधार का श्रेय चक्रवर्ती ने उधार लेने की कम लागत और कंपनी के पास मौजूद लिक्विडिटी बफर को दिया। उन्होंने उम्मीद जताई है कि अगर उधार लेने की लागत में भारी बढ़ोतरी नहीं हुई तो अगली कुछ तिमाहियों में शुद्ध ब्याज मार्जिन इन स्तरों पर बना रहेगा। अगर उधार लेने की लागत बढ़ती है, तो मार्जिन में 20-30 बेसिस पॉइंट्स का उतार-चढ़ाव दिख सकता है।
जुलाई-सितंबर 2023 तिमाही में श्रीराम फाइनेंस की आय सालाना आधार पर 15.4 प्रतिशत और शुद्ध मुनाफा 13 प्रतिशत बढ़ा। अब कंपनी का मुनाफा करीब 1,751 करोड़ रुपये पर है। कंपनी की शुद्ध ब्याज आय में भी इजाफा हुआ और यह 8216.56 करोड़ रुपये हो गई। एक साल पहले की समान अवधि में यह 7,094.69 करोड़ रुपये थी। स्टैंडअलोन बेसिस पर सितंबर तिमाही में कंपनी की शुद्ध ब्याज आय 17.38 प्रतिशत बढ़कर 4,818.18 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 4,104.86 करोड़ रुपये थी। श्रीराम फाइनेंस का सितंबर तिमाही में ग्रॉस एनपीए रेशियो 5.79 प्रतिशत रहा, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 6.31 प्रतिशत था। इसी प्रकार नेट एनपीए रेशियो भी घटकर 2.80 प्रतिशत पर आ गया, जो एक साल पहले की अवधि में 3.32 प्रतिशत था।