वालमार्ट (Walmart) की दिग्गज फिनटेक प्लेटफॉर्म फोनपे (PhonePe) ने कुछ महीने पहले अपना मुख्यालय सिंगापुर से भारत शिफ्ट किया था। अब इसी कड़ी में एक और फिनटेक यूनीकॉर्न रेजरपे (Razorpay) भी शामिल होने वाली है। मनीकंट्रोल को सूत्रों ने बताया कि आईपीओ लाने से पहले रेजरपे की योजना अपनी पैरेंट एंटिटी को अमेरिका से भारत लाने की है। सूत्र ने कहा कि रेजरपे का लॉन्ग टर्म लक्ष्य भारत में लिस्ट होना है और कंपनी को अमेरिका से भारत शिफ्ट करने पर इस लक्ष्य में मदद मिलेगी। रेजरपे के प्रवक्ता ने भी इसकी पुष्टि की है। कंपनी के प्रवक्ता का कहना है कि इस पर पिछले तीन से चार महीने से काम चल रहा है और अब पैरेंट कंपनी को अमेरिका से भारत शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
Razorpay के बारे में डिटेल्स
रेजरपे को शशांक कुमार और हर्षिल माथुर ने 2014 में शुरू किया था। इसमें वाई कोंबिनेटर, जीआईसी, सिकोईया कैपिटल इंडिया, रिबिट कैपिटल, मैट्रिक्स पार्टनर्स और मास्टरकार्ड समेत अन्य निवेशकों ने 74 करोड़ डॉलर से अधिक निवेश किए हैं। कंपनी की वैल्यू 700 कोड़ डॉलर से अधिक की है। कंपनी ने हाल ही में एक सलाहकार बोर्ड बनाने का ऐलान किया था। इसका काम कस्टमर एक्सपीरिएंस, गवर्नेंस, कंप्लॉयंस और रिस्क मैनेजमेंट के मानकों को तय करना होगा।
इसके अलावा रेजरपे ने आरबीआई के पूर्व डिप्टी गवर्नर एनएस विश्वनाथन को बोर्ड का चेयरमैन बनाने का भी ऐलान किया था। अब इसके वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2022 में रेजरपे को 7.3 करोड़ रुपये का स्टैंडएलोन नेट प्रॉफिट हासिल हुआ था जो सालाना आधार पर 20 फीसदी अधिक रहा। मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स के पास फाइलिंग में दी गई डिटेल्स के मुताबिक इसे 1481 करोड़ रुपये ऑपरेशनल रेवेन्यू हासिल हुआ।
PhonePe को शिफ्ट करने में 8 हजार करोड़ का टैक्स
रेजरपे अपना हेडऑफिस अमेरिका से भारत शिफ्ट करने की तैयारी में है। हालांकि यह सस्ता सौदा नहीं होता है। रेजरपे के मामले में सूत्र ने बताया कि इसके लिए कंपनी फंड का जुगाड़ कर लेगी। इसके कुछ महीने फोनपे ने अपना ऑफिस सिंगापुर से भारत शिफ्ट किया था। फोनपे के फाउंडर समीर निगम ने बताया था कि इस प्रोसेस में निवेशकों को करीब 8 हजार करोड़ रुपये टैक्स में देने पड़े थे।