BharatPe co founder Ashneer Grover : मंगलवार, 1 मार्च को होने वाली भारतपे (BharatPe) की अहम बोर्ड मीटिंग से पहले मैनेजिंग डायरेक्टर पद से इस्तीफा देने वाले कंपनी के को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर ने कहा कि उनके खिलाफ की गई जांच एक “दिखावा” है। इसके साथ ही उन्होंने बोर्ड विशेष रूप से चेयरमैन रजनीश कुमार के खिलाफ कई नाराजगी भरी टिप्पणियां की और अपनी कार्रवाई की डिटेल गोपनीय नहीं रखने का आरोप लगाया।
ग्रोवर ने कहा- जांच पूरी तरह दिखावा
ग्रोवर ने बोर्ड को सौंपा अपना इस्तीफा सार्वजनिक करने के बाद पहले कमेंट के रूप में मनीकंट्रोल को बताया, “पूरा प्रोसेस दिखावा है। आप जो चाहते थे, आपने वह फैसला कर लिया। किसी प्रक्रिया के लिए कोई विचार विमर्श नहीं किया गया। आप सिर्फ मेरे, मेरी पत्नी, मेरे पूरे परिवार के पीछे पड़े हुए हैं। क्या आपने मुझे एक बार भी कॉल की? क्या इनवेस्टर्स ने मुझसे एक बार भी बात की? यह कैसा प्रोसेस है जहां एसबीआई के चेयरमैन एक महीने के लिए पूरे प्रोसेस को गोपनीय नहीं रख सके?”
ग्रोवर का इस्तीफा बोर्डरूम के साथ एक तरह की अप्रिय “गंदगी को सार्वजनिक रूप से साफ करने” जैसी लड़ाई का परिणाम थी, जो पिछले महीने हुई थी। 1 मार्च को बोर्ड की बैठक होनी है, जिसमें ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन के खिलाफ आंतरिक जांच के नतीजों का इंतजार है। भारतपे (BharatPe) के बोर्ड ने ग्रोवर से मीटिंग में मौजूद रहने के लिए कहा है।
अभी भारत की यंगेस्ट कंपनियों में से एक की अगुआई कर रहे ग्रोवर ने कहा कि वह उन फाउंडर्स पर गौर करेंगे, जिनमें “100 फीसदी ओनरशिप के साथ बिजनेस खड़ा करने का साहस है।”
उन्होंने कहा, “मैं अब तुरखिया (Bhavin) और कामत (जिरोधा के नितिन) जैसे लोगों को देख रहा हूं, जिनमें 100 फीसदी ओनरशिप के साथ बिजनेस खड़ा करने का साहस हो। उसे बनाने में कुछ ज्यादा समय लगेगा, लेकिन जो मैं बनाऊंगा उस पर मेरा पूरा कंट्रोल होगा, उन लोगों के पास नहीं जो अवसरवादी हैं।”
ग्रोवर का इस्तीफा उनकी पत्नी के भारतपे के हेड ऑफ कंट्रोल्स की पोस्ट से टर्मिनेशन के बाद आया है। दो पेज के इस्तीफे में ग्रोवर ने आरोप लगाया कि वह और उनके परिवार को बिना किसी आधार के निशाना बनाकर परेशान किया गया।