Byju’s and Lenders Dispute: एडुटेक कंपनी बायजूज (Byju's) ने अपने कर्जदारों के खिलाफ न्यूयॉर्क सुप्रीम कोर्ट में केस दायर किया है। अब लेंडर्स ने इसे बेमतलब का कदम कहा। लेंडर्स का कहना है कि यह केस देनदारी से बचने की एक कोशिश है। इससे बायजूज और कर्जदारों के बीच छह महीने से जारी तनाव और बढ़ गया है। बायजूज की याचिका लेंडर्स के एक ग्रुप ने कही है जिन्होंने बायजूज को 120 करोड़ डॉलर के टर्म लोन का करीब 85 फीसदी हिस्सा कर्ज में दिया है। इनका कहना है कि लोन की शर्तों के मुताबिक बायजूज को लोन की किश्तें चुकानी हैं और इसे लेकर कोर्ट में याचिका सिर्फ इससे बचने की कोशिश है।
जान-बूझकर डिफॉल्ट कर रही Byju's, कर्जदारों का आरोप
लेंडर्स ग्रुप का कहना है कि पिछले नौ महीने दुनिया के जाने-माने संस्थागत निवेशकों ने बायजूज के साथ मिलकर काम करने की कोशिश की ताकि यह डिफॉल्ट से बच सके। हालांकि इसके बावजूद बायजूज ने इरादतन डिफॉल्ट की स्थिति में बनी रही। लेंडर्स ग्रुप का कहना है कि उसके पास क्रेडिट एग्रीमेंट को लागू करने के सभी अधिकार हैं।
लेंडर्स का यह बयान लोन की किश्त न मिलने के कुछ दिन बाद आया है। एडुटेक कंपनी ने नवंबर 2021 मं जुटाए गए टर्म लोन का 4 करोड़ डॉलर का ब्याज नहीं चुकाया और इसे चुकाने की बजाय कंपनी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई। इसके बाद लेंडर्स ग्रुप ने अब बायजूज की इस कोशिश को बेमतलब का कहा।
दुनिया के सबसे बड़े एडुटेक प्लेटफॉर्म में शुमार बायजूज ने नवंबर 2021 में 120 करोड़ डॉलर का टर्म लोन बी लिया था। इस साल मई की शुरुआत में लेंडर्स ने बायजूज के पूर्ण मालिकाना हक वाली अमेरिकी सब्सिडियरी अल्फा इंक के खिलाफ डेलवेयर कोर्ट में याचिका दायर किया कि यह उनसे 50 करोड़ डॉलर छुपा रही है। हालांकि बायजूज ने इन आरोपों से इनकार किया और लेंडर्स के खिलाफ मामले को लेकर न्यूयॉर्क कोर्ट में पहुंच गई। बायजूज का कहना है कि यह पूरा टर्म लोन बी विवादित हो चुका है और इसे लेकर दो कोर्ट में मामला चल रहा है तो ऐसे में फिलहाल उसे इसकी किश्त भी भरने की जरूरत नहीं है।