Byju's News: बायजूज के फाउंडर और सीईओ बायजू रवींद्रन (Byju Raveendran) और उनके परिवार को कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से हटाने को लेकर एक्स्ट्राऑर्डिनरी जनरल मीटिंग (EGM) होनी है। इस बैठक में बायजू रवींद्रन और उनका परिवार हिस्सा नहीं लेगा तो बायजू रवींद्रन का कहना है कि ऐसे में उन्हें हटाने की प्रक्रिया अवैध हो जाएगी। यह बैठक बायजूज की पैरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड के कुछ शेयरहोल्डर्स ने बुलाई है और यह आज 23 फरवरी को होनी है। बायजूज की लीगल टीम ने शेयरहोल्डर्स को ईमेल भेज दिया है।
किस नियम के तहत EGM नहीं है वैलिड
23 फरवरी को शेयरहोल्डर्स को भेजे लेटर में बायजू रवींद्रन ने लिखा है कि ऑर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन (AoA) और शेयरहोल्डर्स एग्रीमेंट (SHA) के तहत वैध EGM के लिए कोरम बनाने के वास्ते फाउंडर्स में से कम से कम कोई एक जरूर उपस्थित रहना चाहिए। बायजू रवींद्रन और न ही बोर्ड का कोई और सदस्य इस बैठक में हिस्सा लेगा तो EGM वैलिड नहीं रहेगी। कोरम का मतलब है किसी बैठक के लिए कम से कम कितने सदस्य उपस्थित होने चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि अगर फिर भी EGM होती है तो इसके पास जरूरी कोरम नहीं होगा और फिर यह किसी मुद्दे पर बहस नहीं कर सकता और वोटिंग नहीं करा सकता। नियम ये है कि बैठक के समय के आधे घंटे के भीतर कोरम पूरा हो जाना चाहिए, नहीं तो AoA के क्लॉज 29(ए) और SHA के क्लॉज 4.8(ए) के तहत EGM नहीं शुरू हो सकती।
Byju's Crisis: हाईकोर्ट ने EGM के लिए दी थी मंजूरी
बायजू रवींद्रन, उनकी पत्नी और को-फाउंडर दिव्या गोकुलनाथ और भाई रिजु रवींद्रन के पास कंपनी के 26 फीसदी शेयर हैं। वहीं उन्हें बाहर करने की मांग करने वाले निवेशकों के पास जून 2022 तक कंपनी में 30 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी थी। Byju’s ने शेयरधारकों को ईजीएम आयोजित करने से रोकने के लिए कर्नाटक उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। कोर्ट ने EGM की मंजूरी तो दे दी लेकिन यह भी कहा कि इस पर अमल 13 मार्च को आखिरी सुनवाई के बाद ही हो सकेगा। इस EGM में फाउंडर्स को कंपनी से बाहर निकालने, शेयरों के ट्रांसफर पर रोक और शेयरहोल्डर एग्रीमेंट में बदलाव समेत कुछ मुद्दों पर वोटिंग होनी थी। बैठक की टाइमिंग ऐसी है जब 99 फीसदी कम मूल्यांकन पर बायजूज का 20 करोड़ डॉलर का राइट्स इश्यू पूरा सब्सक्राइब हो गया।