देश की सबसे वैल्यू वाली एडुटेक कंपनी बायजूज (Byju's) ने बंगलूरु का अपना सबसे बड़ा ऑफिस खाली कर दिया है। फंडिंग में देरी के बीच कंपनी ने यह फैसला लागत घटाने और लिक्विडिटी बढ़ाने के उद्देश्य से किया है। इसके अलावा कंपनी ने शहर के ही एक और ऑफिस का कुछ हिस्सा खाली कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक यह जानकारी सूत्रों के हवाले से प्राप्त हुई है। बायजू के बेंगलुरु में तीन ऑफिस हैं, जिसमें एक कल्याणी टेक पार्क में 5.58 लाख वर्ग फुट का है और इसे कंपनी ने खाली कर दिया है।
कंपनी ने एंप्लॉयीज को 23 जुलाई से अपने बाकी ऑफिसों या अपने घर से ही काम करने को कहा है। बायजूज के इस फैसले की कम से छह एंप्लॉयीज ने पुष्टि की है। जानकारी के मुताबिक कंपनी ने प्रेस्टीज टेक पार्क में अपनी नौ मंजिलों में से दो को भी छोड़ दिया है।
अब कहां से काम करेंगे एंप्लॉयीज
बायजूज के प्रवक्ता का कहना है कि कंपनी की जरूरतों के हिसाब से इसके पास देश भर में किराए पर 30 लाख स्क्वॉयर फीट से अधिक स्पेस है। ऑफिस एरिया कम करना है या और बढ़ाना है, यह वर्किंग पॉलिसी और बिजनेस प्रॉयोरिटी में बदलाव पर निर्भर होता है। कंपनी के प्रवक्ता के मुताबिक यह नियमित तौर पर होता है और इसका काम ऑपरेशनल एफिशिएंसी बढ़ाना है। कंपनी ने पिछले साल जून में ब्रुकफील्ड की कल्याणी टेक पार्क में दो बिल्डिंग्स - मैगनोलिया में पांच मंजिल और एबोनी में छह मंजिल किराए पर लिया था।
कंपनी ने पिछले महीने मैगनोलिया को खाली कर दिया और एंप्लॉयीज को एबोनी में शिफ्ट कर दिया। अब कंपनी ने सभी एंप्लॉयीज को प्रेस्टीज टेक पार्क और बेनेघट्टा मेन रोड पर इसके मुख्य ऑफिस से काम करने के लिए कहा है। कल्याणी टेक पार्क के सुरक्षा कर्मियों ने बताया कि कंपनी ने पिछले हफ्ते एबोनी के चार मंजिलों को खाली किया था और अब बाकी को अगस्त तक खाली कर दिया जाएगा।
बायजूज ने कल्याणी टेक पार्क, बैनरघट्टा के आईबीसी नॉलेज पार्क और कडबीसनहल्ली के प्रेस्टिज टेक पार्क में ऑफिस किराए पर लिया था। इस लीज के लिए तीन साल का लॉक-इन पीरियड था। अब कंपनी जिन ऑफिसों को खाली कर रही है, उसका एरिया करीब 5.58 लाख स्क्वॉयर फीट है और इन्हें खाली करने पर कंपनी को किराए पर करीब 3 करोड़ रुपये की बचत होगी। कंपनी यह फैसला ऐसे समय में ले रही जब यह फंडिंग नहीं जुटा पा रही है। कंपनी इस साल की शुरुआत से ही 70 करोड़ डॉलर से अधिक का फंड जुटाने की कोशिश में है लेकिन अभी तक कंपनी इसे जुटा नहीं सकी है।